नई दिल्ली, (प्रेस विज्ञप्ति)
ओखला के विधायक अमानतुल्लाह ख़ान की एसीबी द्वारा गिरफ्तारी ग़ैर क़ानूनी है और इस तरह की कार्यवाही भारतीय लोकतंत्र के लिए ख़तरनाक है क्योंकि उनके घर में एसीबी द्वारा की गई छापेमारी में अगर कुछ मिला या नहीं मिला, पहले उसकी जांच होनी चाहिए थी और उस जांच में अगर वो दोषी पाए जाते तब उसके बाद आगे की कार्यवाही की जानी चाहिए थी।
जब भारतीय जनता पार्टी और उसके नेता देश को बेचने के काम करते हैं कई सरकारी कंपनियों को पूंजीपतियों के हवाले कर दिया गया है, कई रेलवे स्टेशनों और पुरातत्व विभाग की इमारतों की नीलामी कर दी गई है तो एंटी करप्शन ब्यूरो, ईडी और सीबीआई के अधिकारी हरक़त में नहीं आते लेकिन विपक्ष की जितनी भी मज़बूत आवाज़े हैं केंद्र सरकार अपनी जांच एजेंसियों द्वारा उन्हें डराने धमकाने और झूठे इल्ज़ाम लगा कर जेलों में डालने की कोशिशें कर रही है। ये बातें वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया दिल्ली प्रदेश के संगठन महासचिव मु॰ आरिफ़ अख़्लाक़ ने अमानतुल्लाह ख़ान की गिरफ्तारी पर कहीं
इन्होंने अमानतुल्लाह ख़ान की गिरफ्तारी को असंवैधानिक करार देते हुए कहा कि उनके घर से एसीबी के अधिकारियों को कुछ नहीं मिला है और उनके ऊपर कोई ऐसा मुक़दमा भी नहीं