पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ज़रदारी का न्यूयॉर्क में द काउंसिल ऑफ फॉरन रिलेशंस के संबोधन का जवाब देते हुए भारत ने जमकर पाकिस्तान पर निशाना साधा है.
भारत ने कहा कि पाकिस्तान में मानवाधिकार का बड़े पैमाने पर उल्लंघन होता है और ऐसे में उसका अल्पसंख्यकों के अधिकारों के बारे में बात करना विडंबना से कम नहीं.
बुधवार को भारत ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ज़रदारी के दिए भाषण पर ‘राइट टू रिप्लाई’ अधिकार का इस्तेमाल करते हुए ये बयान दिया.
यूएन :संयुक्त राष्ट्र में भारत के संयुक्त सचिव श्रीनिवास गोत्रू ने अल्पसंख्यकों से जुड़ी एक उच्च-स्तरीय बैठक में पाकिस्तान के विदेश मंत्री की ओर से लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए कहा, “ये एक विडंबना है कि पाकिस्तान अल्पसंख्यकों के अधिकारों की बात कर रहा है जबकि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के अधिकारों का गंभीर रूप से उल्लंघन हो रहा है. पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समाज से आने वाली लड़कियों को अगवा करके जबरन उनसे शादी की जाती है, उनका धर्म-परिवर्तन कराया जाता है. ऐसे में पाकिस्तान को अल्पसंख्यकों के अधिकारों की बात करते हुए देखना ख़ुद में रोचक बात है.”
सीधे तौर पर पाकिस्तान की ओर से लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए संयुक्त सचिव ने कहा कि ”मैं अपना जवाब एक प्रतिनिधिमंडल को दे रहा हूं जिसने हमारे देश के ख़िलाफ़ आरोप लगाने के लिए इस मंच का इस्तेमाल किया है.”