समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने बयान की आलोचना करने पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को नसीहत दी है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार मौर्य ने पुष्कर धामी को नसीहत देते हुए रविवार को कहा कि सबकी आस्था मायने रखती है. यदि उन्हें अपनी आस्था की चिंता है, तो दूसरों की आस्था की भी चिंता करनी चाहिए.
मौर्य ने कहा, ”उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री जी ने भी एक तीखी टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि मौर्य जी ने हमारी आस्था को कहीं न कहीं अपने इस बयान से प्रभावित किया है.”
अपने पहले वाले बयान में स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि बद्रीनाथ सहित अनेक मन्दिर बौद्ध मठ तोड़कर बनाए गए हैं, इसलिए आधुनिक सर्वे केवल ज्ञानवापी मस्जिद का ही नहीं, बल्कि अन्य प्रमुख मन्दिरों का भी होना चाहिए.
उन्होंने कहा था, “यदि सर्वे हो तो इस बात का भी सर्वे हो कि मस्जिद के पहले ही नहीं, मंदिर के पहले क्या था. हम तो ये कहते हैं कि जितने भी हिंदू धर्म के तीर्थस्थल हैं, ये सब पहले बौद्ध मंदिर थे, उसे तोड़कर मंदिर बनाए गए हैं.”
लेकिन मौर्य के बयान की आलोचना करते हुए धामी ने कहा था कि मौर्या जी का बयान अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है और उन्हें लोगों की आस्था का ध्यान रखना चाहिए था.