नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों की लड़ाई थमने का नाम नहीं ले रही है। शुक्रवार को पहलवानों के प्रदर्शन का तीसरा दिन है। अभी बैठकों के दौर जारी हैं। इस बीच पहलवानों के मुद्दे ने ‘जाति/समुदाय’ का रंग लेना शुरू कर दिया है। सोशल मीडिया पर ऐसी पोस्ट्स की भरमार है। पहलवानों की लड़ाई को ‘जाट बनाम ठाकुर’ करने का प्रयास किया जा रहा है। हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहलवानों की लड़ाई को दूसरे रंग के साथ पेश किया जा रहा है। खाप पंचायतें भी अब इस लड़ाई में कूद गई हैं। जंतर-मंतर पर हरियाणा की कई खाप पंचायतों के पहुंचने की संभावना है। गुरुवार को फोगाट खाप ने बैठक की थी। उसके बाद सर्वजातीय सर्व खाप पंचायत ने भी खिलाड़ियों के समर्थन में आवाज बुलंद करने की बात कही।
अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक ट्विटर पर बृजभूषण शरण के समर्थन में ‘स्टैंड विद सिंह’ हैश टैग नाम से एक अभियान शुरू किया गया है। इसमें गिरधर राव ने लिखा है, राजा भैया, धनंजय सिंह, कुलदीप सिंह सेंगर को भारी नुकसान पहुंचाने के बाद क्षत्रिय विरोधी जातिवादी राजनीति मीडिया, जाटों के सहयोग से गरीबों के मसीहा, सात बार के सांसद बृजभूषण शरण सिंह को बर्बाद करने का प्रयास कर रही है। हरियाणा की जाट लॉबी को हजम नहीं हो रहा कि कैसे यूपी के गरीब क्षत्रिय किसान का बेटा कुश्ती संघ का अध्यक्ष बन सकता है। कुश्ती किसी एक राज्य या किसी जाति विशेष की बपौती नहीं है। हिंदू एकता की डफली बजाने वाले क्षत्रियों देखों, कैसे तुम्हें क्षत्रिय होने की वजह से बदनाम किया जा रहा है।
आप नेता नरेश बालयान ने लिखा, भाजपा के जाट नेता बताए कि उनके लिए पार्टी पहले है या समाज। आज देश की की बेटी, जिसने जाट समाज को गौरवान्वित करने का अवसर दिया, वे बेटियां आज भाजपा सांसद कुश्ती फेडरेशन अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के कुकर्मों के खिलाफ धरने पर बैठी, लेकिन किसी भी भाजपा के जाट नेताओं का मुंह नहीं खुल रहा है। जाट एसोसिएशन ने अपने ट्वीट में लिखा