उत्तर प्रदेश के बिजनौर में एक निलंबित दारोगा को भरे बाजार में पीटा गया. घटना उस समय की है, जब दारोगा सब्जी लेकर अपने घर वापस जा रहा था. बाजार में आए बाइक सवार युवकों ने उसे दबोच लिया. नकाबपोशों ने लाठी डंडों से उसे पीटना शुरू कर दिया.मौके पर जब तक भीड़ एकत्र हुई, अज्ञात हमलावर वहां से फरार हो गए.
आज तक की रिपोर्ट के अनुसार हल्दौर थाना में तैनात दरोगा अरुण कुमार को हाल ही में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के एक स्थानीय कार्यकर्त्ता को थप्पड़ मारने के आरोप में निलंबित कर दिया गया था. इस मामले की आग अभी शांत नहीं हुई थी कि फिर से बड़ी घटना हो गई. बताया गया है कि बीती रात बाजार से सामान खरीदने निकले दारोगा पर चार नकाबपोश युवकों ने हमला कर दिया.
ये घटना झालू के पास की है, जहां अरुण कुमार राणा किराये के कमरे में रहते हैं. नकाबपोश युवकों ने दारोगा पर लाठी-डंडों से हमला किया. दारोगा कुछ भी समझ पाते, तब तक अज्ञात हमलावर उन पर हावी हो गए. मौके पर लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई, ये देख हमलावर वहां से फरार हो गए.
वहीं दारोगा पर भरे बाजार हुए इस हमले की जानकारी से पुलिस विभाग में अफरा-तफरी मच गई. सूचना मिलते ही कई थानों की फोर्स के साथ एसपी सिटी और सीओ मौके पर पहुंच गए. दारोगा की तहरीर पर चार अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है.
उधर पीड़ित दारोगा का कहना है कि उनका दो दिन पहले आरएसएस कार्यकर्ता उमंग काकरान से विवाद हुआ था, जिसमें उमंग काकरान एक चरित्र प्रमाण पत्र पर गलत तरीके से रिपोर्ट लगवाना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने मना कर दिया था.
दारोगा का आरोप है कि जब वह बाजार से सामान लेने आए, तो उन्होंने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर उन पर हमला कर दिया और मारपीट कर जमीन पर गिरा दिया. दारोगा ने कहा कि इतना ही नहीं उन्हें धमकी भी दी गई है.
वहीं दारोगा पर हुए इस हमले के बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अज्ञात हमलावरों की तलाश की जा रही है, जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा.