नई दिल्ली (प्रेस विज्ञप्ति )
PFI (पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया) के सदस्यों पर राष्ट्रव्यापी कार्रवाई सरकार द्वारा विरोध की आवाज़ों को दबाने के लिए जांच एजेंसियों की ताक़त का दुरुपयोग करने का एक और उदाहरण है। हमने बार-बार देखा है कि कैसे सरकार ने आम लोगों और समूहों, विशेष रूप से अल्पसंख्यक और हाशिए के समुदायों की स्वतंत्रता के अधिकार को दबाने के लिए यूएपीए जैसे कठोर कानूनों और एनआईए जैसी एजेंसियों का दुरूपयोग किया है।
स्टूडेंट्स इस्लामिक ऑर्गेनाइजेशन (sio )के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद सलमान अहमद ने प्रेस को जारी बयान में आगे कहा कि हमारा मानना है कि ये छापे और गिरफ़्तारियां केवल असहमति की आवाज़ों का अपराधीकरण करने और उन सभी को डराने के लिए हैं जो सरकार से सवाल करते हैं। हम उन सभी नागरिकों से, जो अपनी स्वतंत्रता के लिए चिंतित हैं, सत्ता के इस घोर दुरुपयोग के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने की अपील करते हैं।