नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री और कद्दावर नेता शरद यादव का गुरुवार को निधन हो गया. उन्होंने 75 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. नेता के निधन के खबर की पुष्टि उनकी बेटी शुभासिनी शरद यादव ने की है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर लिखा, “पापा नहीं रहे.” शरद यादव लंबे समय से बीमार चल रहे थे. शरद यादव के निधन से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर है.
शरद यादव की पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल का 20 मार्च, 2022 को राष्ट्रीय जनता दल में विलय हुआ था. उनके इस कदम को उनके सहयोगियों के पुनर्वास के प्रयास के रूप में देखा जा रहा था क्योंकि जनता दल (यू) नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अलग होने के बाद उन्होंने अपनी पार्टी बनाई थी लेकिन उसका प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा.
उन्होंने 2019 का लोकसभा चुनाव आरजेडी के टिकट पर लड़ा था. वहीं, उनकी बेटी ने 2020 का बिहार विधानसभा चुनाव कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में लड़ा था. उस समय कांग्रेस राजद नीत गठबंधन में शामिल थी.