मुम्बई (प्रेस रिलीज़) राष्ट्रीय ओलमा कौन्सिल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना आमिर रशादी मदनी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उतरने के साथ ही अपने सम्बोधन में जहां भाजपा-शिंदे सरकार पर राज्य के वंचित – शोषित समाज तथा मुख्य रूप से मुस्लिम समाज के शोषण व उत्पीडन का आरोप लगाया तो वहीं महाविकास आघाड़ी पर मुसलमानों के मुद्दे और समस्याओं पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया। *मौलाना आमिर रशादी मदनी ने कहाकि, ‘‘ महाराष्ट्र की भाजपा-शिंदे सरकार में मुसलमानों का मकान, मस्जिद, मज़हब सब खतरे में है और तथाकथित ‘’मोहब्बत की दुकान‘‘ वाली एम0वी0ए0 खामोश खड़ी तमाशा देख रही है।* उन्होने कहाकि, ‘‘देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाले मुम्बई (महाराष्ट्र) में हमेशा एकता और साम्प्रदायिक सौहार्द रहा परन्तु सबका साथ – सबका विकास का नारा देने वाली भाजपा समर्थित सरकार के कार्यकाल में आज हमारे मकानो-मस्जिदों, मदरसों-मज़ारों पर बुलडोज़र चलाए जा रहे हैं, हमारे बेगुनाह मौलानाओं और बच्चों को जेलों में डाला जा रहा है और हमारे नौजवानों की मॉब लिंचिंग की जा रही है और अब तो यह हद हो गयी है कि हमारे मज़हब और नबी पर आए दिन छीटांकशी की जा रही है परन्तु दोषीयों पर कोई कार्यवाही नही की जा रही है। वहीं बहुमत में मुसलमानों का वोट लेने वाले हमारे तथाथित सेकुलर रहनुमा और रहबरों का गठबंधन महाविकास आघाड़ी को मुसलमानों की कोई फिकर नही है, हमारे साथ खड़ा होना तो दूर वह हमारे लिए आवाज़ तक उठाने को तैयार नही हैं, उन्हे बस हमारे मत की फिक्र जिसे वो चनुाव में अपने पक्ष में करना चाहते है, परन्तु अब ये नही होगा। आज जब अपने मुद्दों, समस्याओं और अपने उपर हो रहे अत्याचार व अनन्याय के विरूध्द मुसलमान अकेला खड़ा हो कर आवाज़ उठा रहा है तो अब वो अपनी राजनैतिक लड़ाई और संघर्ष भी अकेला अपने दम पर करने की ताक़त रखता है और आने वाले महाराष्ट्र राज्य के चुनाव में ये जगजाहिर हो जाएगा‘‘। उन्होने कहाकि लोकतंत्र में हर समस्या का समाधान राजनैतिक संगठन और संगठित होकर ही होता है और आज महाराष्ट्र का मुसलमाना ये समझ गया है। *उन्होने सवाल किया कि, ‘‘कबतक महाविकास आघाड़ी को सिर्फ मुसलमानों का वोट चाहिये? उन्हे प्रतिनिधित्व कब मिलेगा? न्याय कब मिलेगा? 2024 के संसदीय चुनाव में महाराष्ट्र की लगभग 15 प्रतिशत मुस्लिम आबादी में एम0वीए0 को एक भी मुस्लिम प्रत्याशी नही मिला? अभी सम्पन्न हुए एम0एल0सी0 चुनाव में भी एक मुस्लिम को टिकट नही दिया? रूरल महाराष्ट्र में पिछले सालों में हुए दंगों पर एम0वी0ए0 खामोश? कोल्हापुर में मस्जिद के मामले पर एम0वी0ए0 खामोश? मौलाना सलमान अज़हरी के मामले में एम0वी0ए0 खामोश? मुस्लिम आरक्षण पर एम0वी0ए0 खामोश? नबी की शान में गुस्ताखी पर एम0वी0ए0 खामोश? बुल्डोज़र पे एम0वी0ए0 खामोश? मॉब लिंचिंग की वारदातों पर एम0वी0ए0 खामोश?* अब महाराष्ट्र के मुसलमानों की बारी है कि एम0वी0ए0 को वोट देने के नाम पर वो खामोश रहेंगे और अपनी कयादत को वोट देंगे। राष्ट्रिया ओलमा कौंसिल वर्ष 2010 से महाराष्ट्र में ज़मीन पर काम कर रही है और सीमित जगहों पर चुनाव में भागीदारी भी की है और आज के हालात के मद्देनज़र ये ज़रूरी बन जाता है कि आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारा जाए और अपने समाज के साथ ही अन्य पीड़ित व शोषित वर्ग के लोगों की मजबूत आवाज़ बना जाए और वोट की ताकत से उनके अधिकारों की रक्षा किया जाए।
इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौलाना मुक्तदा खैरी मिस्बाही, राष्ट्रीय महासचिव एडवोकेट तलहा रशादी, राष्ट्रीय सचिव ठाकुर अनिल सिंह, राष्ट्रीय सचिव मौलाना ओबैदुर्रहमान कासमी, प्रवक्त हुजैफा रशादी, अंदलीब मजरूह सुलतानपुरी, शानुल सैयद, अब्दुर्रब शमीम खान मदनी आदि ने भी उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित किया और आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए आज से ही मजबूती से लग जाने का आहवान किया। सभा में मुख्य रूप से फिरोज़ शाह, इसरार खान, सिराज थांगे, कुरबान सहादत अली, मो0 समीर, अब्दुल्लाह, ओबैद आजमी, ओसामा आदि समेत हजारों की तादाद में लोग उपस्थित रहे