जयपुर,( प्रेस विज्ञप्ति) सौशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एस डी पी आई) राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष अशफ़ाक़ हुसैन ने प्रदेश सरकार के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के उस बयान की कड़ी निंदा की है जिसमें उन्होंने 1 सितंबर 2024 को उदयपुर में भारतीय इतिहास के संदर्भ में एक विवादित और नफ़रत भरा बयान दे कर प्रदेश के शांत माहौल को बिगाड़ने का प्रयास किया।
अशफ़ाक़ हुसैन ने मदन दिलावर के उक्त नफ़रत भरे विवादास्पद बयान पर प्रतिक्रिया ज़ाहिर करते हुए बताया की दिलावर ने महाराणा प्रताप और राजा अकबर के प्रसंग की पुस्तकों को जलाने वाली बात कह कर राजपूत समाज और मुस्लिम समुदाय के बरसों पुराने सामाजिक भाईचारे के रिश्तों को बिगाड़ने का प्रयास कर अपनी चिर परिचित साम्प्रदायिक विचारधारा को ही आगे बढ़ाने का काम किया है जो कि समाज के शांत माहौल के लिए घातक सिद्ध हो सकता है, हुसैन यह भी कहा कि दिलावर को एक बार इतिहास को ठीक से पड़ लेना चाहिए क्यूंकि महाराणा प्रताप और अकबर की लड़ाई कोई हिंदु – मुस्लिम की लड़ाई नहीं थी अगर ऐसा होता तो महाराणा प्रताप का सेनापति हकीम खां सुरी के नेतृत्व में हज़ारों पठानो के साथ अकबर के विरुद्ध महाराणा प्रताप के लिए युद्द में शहादत नहीं दी होती, इसलिए भी मुगलों का इतिहास मिटाया नहीं जा सकता। यदि अकबर साम्प्रदायिक होता तो उसके नो रत्नों में बीरबल और टोडरमल नहीं होते।
सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एस डी पी आई ) उनके इस बयान की कड़ी भर्तस्ना करती है और उनके इस नफ़रती बयान से इतिहास में किसी भी प्रकार के परिवर्तन को स्वीकार नहीं करेगी क्यूंकि इस से बच्चों के संस्कार पर गलत असर पड़ेगा और समाज में द्वेष बढ़कर परस्पर विश्वास खत्म हो कर तनाव को बढ़ावा मिलेगा।
ज्ञात रहे मदन दिलावर हमेशा से अपने सांप्रदायिक एवं जातिसूचक विवादित बयानों के लिए चर्चित रहें हैं, कभी वह गुर्जर समाज को उल्टा लटका कर काटने की बात करतें हैं तो कभी आदिवासी समुदाय के “डी. एन. ए.” पर सवाल उठा कर नीचा दिखाते हैँ और मुस्लिम समुदाय के प्रति तो उनकी नफ़रती मानसिकता जग ज़ाहिर ही है ।
एस. डी. पी. आई. राज्य के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल जी शर्मा से मांग करती है कि उनके इस तरह के अनर्गल और विभाजित विचारों वाले बयानों को समाजहित की शांति व्यवस्था को खतरा मानते हुए उन पर कार्यवाही कर उनको शिक्षा मंत्री के पद से बर्खास्त करें