कर्नाटक चुनाव में मतदान के ठीक पहले बड़ा चुनावी मुद्दा बने बजरंग दल को लेकर ‘रार’ मध्य प्रदेश में भी प्रवेश कर गई है। बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने गुरूवार को जबलपुर कांग्रेस दफ्तर में जमकर तोड़फोड़ की। पुलिस ने एफआईआर की है। कर्नाटक कांग्रेस ने मंगलवार को घोषित अपने मेनिफेस्टो में कहा है, ‘सूबे में उसकी सरकार आयी तो पीएफआई और बजरंग दल सरीखे के संगठनों को बैन किया जाएगा।’कांग्रेस की इस चुनावी घोषणा के बाद से राजनीति तेज है। बुधवार को कर्नाटक की अपनी चुनावी सभा में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘पहले राम को ताले में कैद करके रखा गया और अब बजरंग बली की जय बोलने वालों को ताले में बंद करने की बात की जा रही है।’ pm ने इस मसले पर जनता से सही समय पर माकूल जवाब मिलने की संभावनाएं भी व्यक्त कीं थीं।
‘सत्या’ के अनुसार प्रधानमंत्री के भाषण का इतना असर पड़ा कि गुरुवार को बजरंग दल ‘एक्शन’ में आया। संस्कारधानी जबलपुर में बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस दफ्तर को निशाना बनाया। भगवा लहारते और नारे लगाते बजरंग दल कार्यकर्ता कांग्रेस कार्यालय में घुस गए। दरवाजे पर लातें और लठ भी बरसाये। जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय परिसर को तहस-नहस किया। कार्यालय के भीतर भी जमकर तोड़फोड़ की गई। कार्यालय में लगे कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के पोस्टर भी फाड़े।
मामला पुलिस में पहुंचा है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। अफसरों ने वीडियो फुटेज लिए हैं। हंगामा करने वालों के चेहरों की पहचान में पुलिस जुटी है। पुलिस अफसरों का कहना है, ‘पहचान करके आरोपियों को पकड़ा जाएगा।’
उधर बजरंग दल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और भाजपा के वरिष्ठ नेता जयभान सिंह पवैया ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, ‘कांग्रेस आतंकियों के वोट साधने के घिनौने कदम उठा रही है।’