केंद्र सरकार के आयकर विभाग की दैनिक भास्कर समूह में जांच शनिवार को तीसरे दिन भी जारी रही। इस बीच आयकर विभाग ने जांच के बीच ही एक बयान जारी कर दावा किया कि कुछ दस्तावेजों में उन्हें अनियमितताएं मिली हैं। हालांकि विधि और कर विशेषज्ञों का कहना है कि जांच के बीच में ही आयकर विभाग की ओर से बयान जारी करना बेहद असामान्य है।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार विभाग की अलग-अलग टीमों ने गुरुवार को दैनिक भास्कर समूह के मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, नई दिल्ली और नाेएडा में कार्यालयों और 20 आवासीय परिसरों में कार्रवाई शुरू की थी। केंद्रीय अफसरों की टीम को भास्कर समूह की ओर से पूरा सहयोग दिया जा रहा है।
आयकर विभाग के दावों से असहमति के बावजूद भास्कर समूह उसके बयान के प्रमुख अंश प्रकाशित कर रहा है। आयकर विभाग की ओर से शनिवार रात एक बयान जारी कर दावा किया गया कि समूह में 6 साल में 700 करोड़ रुपए की आय पर टैक्स को लेकर अनियमितता नजर आई है। इसकी आगे जांच की जा रही है। साथ ही विभिन्न कंपनियों में साइक्लिकल ट्रेड, फंड ट्रांसफर और रियल एस्टेट कंपनी में लोन को लेकर भी जांच की जा रही है।