नई दिल्ली: हरियाणा के लिए बीजेपी ने अबतक 87 उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं.बीजेपी की दूसरी सूची में दो मुसलमानों के नाम भी शामिल हैं. बीजेपी ने फिरोजपुर झिरका से नसीम अहमद और पुन्हाना से ऐजाज खान को उम्मीदवार बनाया है. चुनाव में मुसलमान को टिकट देना बीजेपी के लिए दुर्लभ किस्म का मामला है. बीजेपी आमतौर पर मुसलामनों को टिकट देने से परहेज करती है. लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने किसी मुसलमान को टिकट नहीं दिया था. वहीं लोकसभा चुनाव के बाद बनी नरेंद्र मोदी 3.0 सरकार में भी मुसलमानों का प्रतिनिधित्व नहीं है. एनडीए में शामिल दलों में भी कोई मुसलमान सांसद नहीं है. बीजेपी ने इस बार हरियाणा के जिन इलाकों में मुसलमानों को टिकट दिए हैं, वहां पिछले साल जुलाई में सांप्रदायिक दंगे हुए थे. इस इलाके को मेवात के रूप में जाना जाता है. बीजेपी ने दो मुसलमानों को टिकट देकर अपना आधार बढ़ाने की कोशिश की है. बीजेपी को लगता है कि तीन तलाक को अपराध बनाने से उसका मुसलमान महिलाओं में उसका आधार बढ़ा है. बीजेपी को लगता है कि इससे एंटी इनकंबेंसी से निपटने में मदद मिलेगी और बीजेपी के आधार का विस्तार होगा. बीजेपी ने केवल हरियाणा ही नहीं बल्कि जम्मू कश्मीर में भी मुसलमानों को टिकट दिए हैं. बीजेपी ने जम्मू कश्मीर में अबतक 57 में से 10 मुसलमानों को टिकट दिए हैं.
कौन हैं नसीम और एजाज़ ख़ान?
फिरोजपुर झिरका से नसीम अहमद और पुन्हाना से एजाज खान को बीजेपी ने टिकट दिया है. नसीम अहमद को बीजेपी ने 2019 के विधानसभा चुनाव में भी टिकट दिया था. पार्टी ने एक बार फिर से नसीम अहमद पर भरोसा जताया है. हालांकि पुन्हाना से नए चेहरे के तौर पर एजाज खान को मौका दिया है. हालांकि एजाज 2019 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए थे
*एजाज खान नूंह जिले के बड़े राजनीतिक परिवार काटपुरी खानदान से संबंध रखते हैं. इनके पिता चौधरी मरहूम सरदार खान प्रदेश के गृह राज्य मंत्री भी रह चुके हैं. 2019 में कांग्रेस पार्टी ने इन्हें अपना उम्मीदवार पुन्हाना विधानसभा से बनाया था, लेकिन चंद घंटे बाद ही इनका टिकट काटकर इनके चचेरे बड़े भाई मोहम्मद इलियास को दिया गया और वह फिलहाल कांग्रेस पार्टी से मौजूदा विधायक हैं. इस बात से नाराज होकर एजाज खान ने 2019 में कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह दिया था और भाजपा उम्मीदवार नोक्षम चौधरी का साथ दिया था. तभी से वह बीजेपी के लिए काम कर रहे हैं. बीजेपी में हाल ही में शामिल हुई किरण चौधरी का एजाज खान को करीबी माना जाता है. एजाज खान इससे पहले भी निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं
*नसीम अहमद नूंह जिले के बड़े राजनीतिक घराने चौधरी मरहूम शकरुल्लाह खान के परिवार से ताल्लुक रखते हैं. नसीम अहमद दो बार फिरोजपुर झिरका विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं. मौजूदा समय में वह भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश सचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. पिछला चुनाव 2019 में नसीम अहमद ने बीजेपी की टिकट पर फिरोजपुर झिरका विधानसभा से लड़ा था. इससे पहले नसीम अहमद 2014 में इंडियन नेशनल लोकदल से फिरोजपुर झिरका से विधायकी का चुनाव जीते थे. इनके पिता चौधरी मरहूम शकरुल्लाह खान प्रदेश सरकार में कई बार पशुपालन, मछली पालन मंत्री रहे हैं.
हरियाणा में बीजेपी कभी भी नूंह, फिरोजपुर झिरका और पुन्हाना से जीत दर्ज नहीं कर पाई है. पिछले चुनाव में ये तीनों सीटों कांग्रेस की झोली में गई थीं. कांग्रेस के सभी उम्मीदवार मुस्लिम ही ही थे. हालांकि बीजेपी 2019 के चुनाव में भी पुन्हाना में नौक्षम, फिरोजपुर झिरका से नसीम अहमद और नूंह से जाकिर हुसैन को उम्मीदवार बनाया था. तीनो सीटों पर बीजेपी को हार मिली थी