फ़लस्तीनी समर्थकों के दागिस्तान एयरपोर्ट पर हमला बोलने के बाद इसराइल ने रूस से ‘अपने सभी नागरिकों और सभी यहूदियों’ की रक्षा करने का निवेदन किया है.
BBC के अनुसार सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो फ़ुटेज में एक ग़ुस्साई भीड़ मखाचकाला एयरपोर्ट पर धावा बोल रही है. कथित तौर पर ये लोग तेल अवीव से आए लोगों की तलाश कर रहे थे.
इस दौरान कई लोग यहूदी विरोधी नारे भी लगा रहे थे. कुछ लोग रनवे पर भी पहुंच गए और वहां पर विमान को घेर लिया.
रूस की विमान एजेंसी रोसावियात्सिया ने कहा है कि सुरक्षाबलों ने स्थिति को नियंत्रित कर लिया है.
रोसावियात्सिया का कहना है कि प्राधिकरण ने एयरपोर्ट बंद कर दिया है जो कि मंगलवार तक बंद रहेगा. इससे पहले माना गया था कि एयरपोर्ट एक सप्ताह तक बंद रह सकता है.वीडियो क्लिप में देखा जा सकता है कि सैकड़ों लोग एयरपोर्ट टर्मिनल पर धावा बोल रहे हैं, जिसमें कुछ लोग फ़लस्तीनी झंडे लिए हुए हैं और ‘अल्लाहू अकबर’ के नारे लगा रहे हैं.
BBC ने आगे बताया कि स्थानीय मीडिया में रिपोर्ट किया गया है कि कुछ प्रदर्शनकारी मखाचकाला के एयरपोर्ट के बाहर कारों को रोककर दस्तावेज़ दिखाने को कह रहे हैं ताकि इसराइली पासपोर्ट धारकों की पहचान की जा सके.
रिपब्लिक के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कुछ पुलिस अफ़सरों समेत 20 लोग घायल हुए हैं. कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हैं जिनमें से दो लोगों की हालत गंभीर है.
दागिस्तान मुख्यतौर पर एक मुस्लिम रूसी गणतंत्र है जो कि उत्तर कॉकसस में है. ये कैस्पियन सागर के पश्चिमी किनारे पर स्थित है, जहां 31 लाख लोग रहते हैं. सरकार ने कहा है कि नागरिक अव्यवस्था के तहत एक आपराधिक मामला शुरू किया गया है.
इसराइल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है कि रूस को यहूदियों और इसराइलियों के ख़िलाफ़ हिंसा भड़काने वालों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए.