कांग्रेस के हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि मौजूदा सांसदों को राज्य में विधानसभा चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने पार्टी उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने के लिए स्क्रीनिंग कमेटी की पहली बैठक के बाद यह बात कही। हालाँकि, उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई “बहुत जरूरत” होगी, तो ऐसे प्रत्याशी को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से अनुमति लेना होगी। बाबरिया ने यह बात पूर्व केंद्रीय मंत्री और सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा के साथ-साथ कांग्रेस महासचिव और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला के बारे में एक विशेष सवाल के जवाब में मीडिया से कही।
सैलजा और सुरजेवाला ने पहले विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त की थी और राज्य में प्रचार कर रहे थे। दोनों को हुडडा विरोधी खेमे के तौर पर देखा जाता है। सैलजा ने यात्रा निकाली थी और सुरजेवाला ने कुछ जिलों में जाकर रैलियां की थीं।हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान यह पूछे जाने पर कि क्या वह हरियाणा के सीएम पद की दौड़ में हैं, सैलजा ने कहा था, “क्यों नहीं?” उन्होंने कहा कि व्यक्तियों और समुदायों की अपनी महत्वाकांक्षाएं होती हैं। राज्य के बड़े दलित नेताओं में से एक, सैलजा ने स्पष्ट किया था कि राज्य चुनाव के लिए उनकी उम्मीदवारी के संबंध में अंतिम फैसला आलाकमान करेगा। मंगलवार को शैलजा ने स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन से मुलाकात कर अपनी राय से भी अवगत कराया था।इससे पहले रणदीप सुरजेवाला ने भी कहा था, ”कोई व्यक्ति चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त कर सकता है। कांग्रेस अनुशासन का पालन करने वाला परिवार है। सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी सहित केंद्रीय नेतृत्व निर्णय लेगा और उसका निर्णय स्वीकार्य होगा।
.बाबरिया ने कहा कि सुरजेवाला के बेटे को पार्टी टिकट देने पर विचार किया जा सकता है। मौजूदा सांसदों को राज्य चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं देने के बाबरिया के बयान के तुरंत बाद, हरियाणा भाजपा ने ट्वीट किया कि पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा “शैलजा को बाहर करने” के लिए जिम्मेदार हैं। भाजपा ने कहा, “…चाहे केंद्र हो या राज्य, कांग्रेस में केवल भाई-भतीजावाद चलता है।” हालांकि खुद भाजपा ने जम्मू कश्मीर में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के भाई को टिकट दिया है। यूपी में राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह भाजपा विधायक हैं। ऐसे और भी उदाहरण भाजपा में हैं।
इस बीच, कांग्रेस के मौजूदा विधायकों पर बाबरिया ने कहा कि सभी को टिकट मिलेगा। किसी को तभी बदला जाएगा जब उनके खिलाफ विरोधी लहर होगी। उन्होंने कहा कि स्क्रीनिंग कमेटी ने करीब 25 सीटों पर चर्चा की। चर्चा जारी रहेगी और अंतिम सूची शनिवार तक तैयार हो जाएगी। हुड्डा और राज्य पार्टी अध्यक्ष उदय भान भी स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य हैं। राज्य की 90 सीटों से कांग्रेस के टिकट के लिए 2,500 से अधिक लोगों ने आवेदन किया है। राज्य में अक्टूबर को मतदान होना है (आभार सत्या हिन्दी)