नई दिल्ली: इस्तीफा देने से कुछ घंटे पहले उद्धव सरकार द्वारा औरंगाबाद का नाम बदले जाने को लेकर एआईएमआईएम ने नाराजगी जताई है, ठाकरे कैबिनेट ने बुधवार को औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम धराशिव रखे जाने का प्रस्ताव कैबिनेट में पास किया था, इसके साथ ही नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम किसान नेता डीबी पाटील के नाम पर रखे जाने का प्रस्ताव भी सरकार ने पास किया।
एआईएमआईएम के सांसद इम्तियाज जलील ने कहा कि उद्धव ठाकरे को जाते-जाते संभाजी महाराज की याद आ गई, उन्होंने कहा कि जब उद्धव ठाकरे की कुर्सी सरकने लगी तब उन्होंने यह फैसला लिया।
जलील ने कहा कि वह ठाकरे और शिवसेना को यह बताना चाहते हैं कि नाम बदले जा सकते हैं लेकिन इतिहास नहीं बदला जा सकता,जलील ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जब आपके पास दिखाने के लिए कुछ नहीं है तो आप इस तरह की घटिया राजनीति का एक बहुत अच्छा नमूना पेश करके जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि औरंगाबाद की जनता यह तय करेगी कि औरंगाबाद का नाम क्या रहेगा और क्या नहीं रहेगा।