नागरिकों का सैन्यकरण या सेना का नागरिकीकरण? ~ श्रवण गर्ग
तीन साल पहले (2019)लगभग इन्हीं दिनों ,मीडिया के कुछ क्षेत्रों में सावधानीपूर्वक तैयार की गई एक महत्वपूर्ण खबर जारी हुई...
तीन साल पहले (2019)लगभग इन्हीं दिनों ,मीडिया के कुछ क्षेत्रों में सावधानीपूर्वक तैयार की गई एक महत्वपूर्ण खबर जारी हुई...
बात सुनने में अजीब लगेगी। अब तक फौज में भर्ती की नई अग्निपथ योजना की कई तरह से समीक्षा हुई...
लोकतंत्र की यही ख़ूबी है। अदालत की कार्यवाहियों में देरी से निराशा होती है तो उम्मीद का आखिरी दरवाज़ा भी...
सत्तारूढ़ दल के दो (पूर्व) प्रवक्ताओं द्वारा की गई विवादास्पद टिप्पणियों से उठे तूफ़ान के बाद फ़िल्म अभिनेता नसीरूद्दीन शाह...
नई दिल्ली: नूपुर शर्मा टिप्पणी विवाद पर मुसलमानों का एक वर्ग दो हफ़्ते बाद जो ग़ुस्सा जता रहा है, वह...
अगर धर्म के नाम पर होने वाली डिबेट के प्रवक्ता ही जेल चले जाएंगे तब इन डिबेट में कौन आएगा?...
प्रिय दर्शन भारत एक मूलतः सहिष्णु, संस्कृतिबहुल और बहुभाषी देश रहा है। सदियों से चली आ रही इस परंपरा पर...
श्रवण गर्ग हमें समझाया जा रहा है कि आज़ादी हासिल करने के बाद से इंडिया या भारत के नाम से...
लेख : क़ासिम सैय्यद हरिद्वार और छत्तीसगढ़ में तथाकथित धर्म संसद ने रक्तपात, गृहयुद्ध और मुसलमानों के नरसंहार के स्पष्ट...
✍लेखक : तवलीन सिंह ‘बेअदबी’ शब्द सुनकर वे हैरान हैं. पाकिस्तान में ईश-निंदा को गुस्ताख-ए-रसूल कहा जाता है और कानूनी...
The Roznama Khabrein advocates rule of law, human rights, minority rights, national interests, press freedom, and transparency on which the newspaper and newsportal has never compromised and will never compromise whatever the costs.
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