आपातकाल नहीं चाहिए तो फिर कुछ बोलते रहना बेहद ज़रूरी है! ~ श्रवण गर्ग
कुछ पर्यटक स्थलों पर ‘ईको पाइंट्स’ होते हैं जैसी कि मध्य प्रदेश में प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थान माण्डू और सतपुड़ा की...
कुछ पर्यटक स्थलों पर ‘ईको पाइंट्स’ होते हैं जैसी कि मध्य प्रदेश में प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थान माण्डू और सतपुड़ा की...
जिस किसी को लगता है कि लोकतंत्र में न्याय के लिए लड़ना भी लोकतंत्र को बेहतर करना है, उसे अपूर्वानंद...
प्रधानमंत्री को लगभग पचास साल पहले वड़नगर(गुजरात) में उनके डेढ़ कमरे वाले मिट्टी और खपरैल के मकान में साथ रहने...
उद्धव ठाकरे ने कहा कि विधायक सामने आकर कहें तो इस्तीफ़ा दे देंगे। संजय राउत दिन भर बोलते-बोलते थक गए...
तीन साल पहले (2019)लगभग इन्हीं दिनों ,मीडिया के कुछ क्षेत्रों में सावधानीपूर्वक तैयार की गई एक महत्वपूर्ण खबर जारी हुई...
बात सुनने में अजीब लगेगी। अब तक फौज में भर्ती की नई अग्निपथ योजना की कई तरह से समीक्षा हुई...
लोकतंत्र की यही ख़ूबी है। अदालत की कार्यवाहियों में देरी से निराशा होती है तो उम्मीद का आखिरी दरवाज़ा भी...
सत्तारूढ़ दल के दो (पूर्व) प्रवक्ताओं द्वारा की गई विवादास्पद टिप्पणियों से उठे तूफ़ान के बाद फ़िल्म अभिनेता नसीरूद्दीन शाह...
नई दिल्ली: नूपुर शर्मा टिप्पणी विवाद पर मुसलमानों का एक वर्ग दो हफ़्ते बाद जो ग़ुस्सा जता रहा है, वह...
अगर धर्म के नाम पर होने वाली डिबेट के प्रवक्ता ही जेल चले जाएंगे तब इन डिबेट में कौन आएगा?...
The Roznama Khabrein advocates rule of law, human rights, minority rights, national interests, press freedom, and transparency on which the newspaper and newsportal has never compromised and will never compromise whatever the costs.
More... »