उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कन्नौज से उम्मीदवार अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि लखनऊ से तीन डीएम और तीन एसपी को मुख्यमंत्री कार्यालय से निर्देशित किया गया है कि कन्नौज में समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता बूथ पर वोट डालने ना पहुंच पाएं.
अखिलेश यादव ने कहा, “मैं अपने कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि कोई भी रास्ता अपनाएं और वोट डालकर आएं. अगर पुलिस प्रशासन रोके, तब भी आप वोट डालने जाना. चुनाव आयोग हमेशा प्रेरित करता है कि अधिक से अधिक वोट डालें, लेकिन बीजेपी जब से हताश हुई है, जनता ने उसके ख़िलाफ़ वोट किया है तो वह पुलिस प्रशासन को आगे कर रहा है. पुलिस-प्रशासन वोटिंग रोक रहा है.”
अखिलेश यादव ने लोगों से वोट डालने की अपील करते हुए कहा, “संभल में हमने देखा, बदायूं में देखा, रामपुर में हमने पहले देखा. मैं मतदाताओं से अपील करता हूं कि वोट डालने ज़रूर जाएं , वोट डालने से अगर रोकें तो वहीं धरने पर बैठ जाएं या कोई रास्ता ऐसा अपनाएं कि कम से कम वोट डाल पाएं क्योंकि अब सरकार लोगों को वोट डालने से रोकना चाहती है.”
अखिलेश यादव ने कहा, “चुनाव आयोग ये देखे कि सभी लोग वोट डाल पाएं.”
तीसरे चरण के मतदान के दौरान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संभल में पुलिस पर मतदान की लाइन में लगे मतदाताओं पर लाठीचार्ज करने के आरोप लगे थे. हालांकि पुलिस ने इन आरोपों को खारिज किया था.
चुनाव आयोग ने संभल के घटनाक्रम पर इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि मतदान शांतिपूर्ण रहा.
हालांकि, बीबीसी से बात करते हुए कई स्थानीय लोगों ने ये आरोप लगाये थे कि उन्हें वोट डालने से रोका गया और बुरी तरह पीटा गया.
कन्नौज में सोमवार को चौथे चरण में मतदान होना है.