लखनऊ:चिकित्सा शिक्षा विभाग ने निजी नर्सिंग एवं पैरा मेडिकल कॉलेज संचालकों पर मेहरबानी दिखाई है। निजी कॉलेजों की खाली सीटें भरने के लिए अब बिना प्रवेश परीक्षा दाखिले की अनुमति दे दी है। यही स्थिति पैरामेडिकल कोर्स में भी है। इंटर (विज्ञान) में 60 फीसदी अंक हासिल करने वाले छात्र किसी भी स्नातक स्तरीय पैरामेडिकल कोर्स में दाखिला ले सकेंगे।
अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में बीएससी नर्सिंग, पोस्ट बेसिक नर्सिंग एवं एमएससी नर्सिंग में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा कराई गई। मेरिट के आधार पर दाखिले की प्रक्रिया शुरू की गई। पहले और दूसरे राउंड की काउंसिलिंग में सरकारी क्षेत्र की सीटें भर गईं। लेकिन, निजी क्षेत्र की एमएससी नर्सिंग की 90 फीसदी और पोस्ट बेसिक बीएससी की करीब 67 फीसदी सीटें खाली रह गईं। इसी तरह स्नातक स्तरीय पैरामेडिकल कोर्स की भी निजी क्षेत्र की तमाम सीटें खाली रह गई
अब निजी कॉलेजों को राहत देने के लिए बिना मेरिट के दाखिले का आदेश दिया गया है। इस संबंध में चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण और अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति को आदेश दिया है। इसमें कहा गया है कि जीएनएम परीक्षा में 60 फीसदी अंक हासिल करने वालों को पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग में दाखिला दिया जा सकेगा। इसी तरह बीएससी नर्सिंग में 60 फीसदी अंक हासिल करने वाले और किसी भी विषय में अनुत्तीर्ण न होने वालों को सीधे एमएससी नर्सिंग में दाखिला दिया जा सकेगा। स्नातक स्तरीय पैरामेडिकल कोर्स में वे छात्र सीधे दाखिला ले सकेंगे, जिन्होंने इंटरमीडिएट में 60 फीसदी अंक हासिल हासिल किया हो