नई दिल्ली: तेलंगाना सरकार ने प्रोफेसर हरगोपाल, सुधा भारद्वाज और 150 अन्य लोगों के खिलाफ दायर गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) मामले को आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया है. ऐसा इसलिए क्योंकि मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने राज्य पुलिस प्रमुख को मामले को ‘वापस’ लेने को कहा है.the wire ने the Hindu के हवाले से यह ख़बर दी है।
द हिंदू की एक रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अंजनी कुमार से मामले के बारे में पूछताछ की और इस मामले में कठोर कानून (यूएपीए) लगाने की आवश्यकता पर टिप्पणी की है. खुद मुख्यमंत्री के निर्देश से पुलिस अब इस मामले की तफ्तीश कर रही है, इसे वापस लिया जा सकता है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि पूरी संभावना है कि मामले को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा और जब चार्जशीट दायर की जाएगी तो प्रो. हरगोपाल और 151 अन्य लोगों के नाम का उल्लेख नहीं किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि यूएपीए मामले को आसानी से वापस नहीं लिया जा सकता है और अगर पुलिस को अदालत द्वारा नोट किए जाने के लिए कोई ठोस सबूत नहीं मिलता है तो उसे मामले को वापस लेने के लिए भी उचित प्रक्रिया का पालन करना होगा.