नई दिल्ली: 20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम को साउथ अफ्रीका के खिलाफ पांच विकेट से पराजित होना पड़ा, पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में रविवार को खेले गए इस मुकाबले में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 134 रनों का टारगेट दिया था, जिसे उसने दो गेंद बाकी रहते हासिल कर लिया।
भारतीय टीम की मौजूदा टी20 वर्ल्ड कप में यह पहली हार है, इससे पहले उसने पाकिस्तान और नीदरलैंड के खिलाफ शानदार जीत हासिल की थी।
इस हार से भारतीय फैन्स भले ही निराश हों, लेकिन पराजय में ऐसी चीज छिपी हुई है जो 15 सालों का इंतजार खत्म कर सकती है।
कहने का अर्थ यह हुआ कि भारतीय टीम 2007 के बाद दूसरी बार टी20 वर्ल्ड कप पर कब्जा कर सकती है. दरअसल साउथ अफ्रीका के खिलाफ इस हार ने 2011 के वनडे वर्ल्ड कप की कहानी को रिपीट किया है, जहां एमएस धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम चैम्पियन बनने में कामयाब रही थी।
आपको याद होगा कि साल 2011 के वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीका ने भारत के खिलाफ जीत हासिल की थी. उसके बाद भारत एक भी मैच नहीं हारा था. उस 50 ओवर के वर्ल्ड कप में भारत ने साउथ अफ्रीका को 297 रनों का लक्ष्य दिया था, जिसे अफ्रीकी टीम दो गेंद बाकी रहते कुल 7 विकेट खोकर हासिल करने में कामयाब रही थी।
इस बार के भी टी20 वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीका ने 2 गेंद बाकी रहते जीत हासिल की है. यानी कि 2011 विश्व कप वाला संयोग एक बार भी फिर से बना है.