नई दिल्ली: गुजरात के मोरबी में कल शाम ब्रिटिश कालीन पुल टूटने से कम से कम 141 लोगों की मौत हो गई. जबकि अब तक 177 लोगों को बचाया गया है. वहीं अन्य लोगों की तलाशी के लिए अभियान जारी है।
अहमदाबाद से लगभग 300 किलोमीटर दूर स्थित सस्पेंशन ब्रिज रविवार शाम 6.42 बजे उस समय गिर गया जब छठ पूजा के लिए कुछ अनुष्ठान करने के लिए लगभग 500 लोग उस पर एकत्र हुए थे।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल या एनडीआरएफ की पांच टीमों के मौके पर पहुंचने के साथ पुल ढहने के बाद बचाव अभियान शुरू किया गया. बाद में सेना, नौसेना और वायु सेना को भी कार्रवाई में लगाया गया।
अधिकारियों ने बताया कि करीब 19 लोगों को गंभीर रूप से घायल होने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है और नावों की मदद से बचाव कार्य किया जा रहा है।
चश्मदीदों का कहना है कि करीब 150 साल पुराने पुल पर कई महिलाएं और बच्चे थे. तभी एक दम से पुल की केबल टूट गई, जिससे कई लोग नदी में समा गए और चीख- पुकार मच गई।
मौके से मिले वीडियो में कुछ लोगों को पुल टूटने के बाद सुरक्षित तैरते हुए देखा जा सकता है. कई लोग पुल के टूटे सिरों पर चिपके हुए दिखे.
मच्छू नदी पर बने पुल को जीर्णोद्धार के लिए सात महीने से बंद किया गया था. इसे 26 अक्टूबर, गुजराती नव वर्ष पर जनता के लिए फिर से खोल दिया गया था..