लखनऊ: पत्रकार सिद्दीक कप्पन अभी भी जेल में हैं, क्योंकि उन्हें यूपी में रहने वाले दो जमानतदार चाहिए। ऐसे में कप्पन के लिए आगे आई हैं लखनऊ विश्वविद्यालय की पूर्व वाइस चांसलर और दर्शन शास्त्र की प्रोफ़ेसर रूप रेखा वर्मा। जनसत्ता के अनुसार लखनऊ विश्वविद्यालय की पूर्व वाइस चांसलर रूप रेखा वर्मा इस वक़्त करीब 79 साल की हैं।
रूप रेखा वर्मा के मुताबिक, वह केरल के पत्रकार सिद्दीकी कप्पन को नहीं जानती हैं लेकिन फिर भी उन्होंने जमानतदार बनने की पहल की है।द टेलीग्राफ को एलयू की पूर्व वाइस चांसलर रूप रेखा वर्मा ने बताया कि “कप्पन को जेल से बाहर होना चाहिए और खुद को निर्दोष साबित करना चाहिए।
वर्मा ने कहा कि उनके केरल के एक साथी ने फोन किया और यह अनुरोध किया कि यूपी से दो लोग कप्पन के जमानतदार के रूप में चाहिए, लेकिन मैं खुद के सिवा और किसी को नहीं जानती। हालांकि, मैंने अपनी सेलेरियो कार के कागजात जमा कर दिए, जिसकी कीमत 4 लाख रुपये से अधिक है।”