गाजा पर एयर स्ट्राइक के बीच इजराइल में यहूदी समुदाय के लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वे उन लोगों को वापस लाने की मांग कर रहे हैं, जिन्हें 7 अक्टूबर के हमले में हमास ने बंधक बना लिया था. तेल अवीव में बीते दिन सैकड़ों की संख्या में लोग जुटे और रक्षा मंत्रालय के सामने विरोध-प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि पहले बंधकों को वापस लाया जाए फिर इजराइली सेना युद्ध लड़े. उन्होंने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का इस्तीफा भी मांगा.
तेल अवीव प्रदर्शनकारियों ने बातचीत में बताया कि सबसे पहले हमलों को रोकना चाहिए और इजराइली बंधकों को वापस लाना चाहिए. हमास ने बंधकों को छोड़ने की शर्त रखी है. इजराइली जेलों में 10 हजार से भी ज्याजा फिलिस्तीनी कैद हैं. इनमें पांच हजार लोग सिर्फ इसी ताजा युद्ध में गिरफ्तार किए गए हैं. तेल अवीव में प्रदर्शनकारियों ने कहा कि फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने से अगर हमास इजराइलियों को छोड़ देगा तो सरकार को ये शर्त मान लेनी चाहिए. सभी लोगों को छोड़ देना चाहिए और उनको सामान्य जीवन जीने का मौका देना चाहिए.
सभी को रिहा करना चाहिए, जेल खाली कर देना चाहिए
टीवी9 ने जब उनके पोस्टर पर लिखे “सभी कैदियों को छोड़ो, सभी को छोड़ो” जैसे नारों पर पूछा कि क्या आप ये कहना चाहते हैं कि इजराइली जेल में जितने फिलिस्तीनी कैदी बंद हैं उन्हें छोड़ना चाहिए और इजराइली बंधकों को वापस लाना चाहिए? इजराइली प्रदर्शनकारी ने इसपर कहा, “मेरा मानना है कि इजराइली बंधकों को छुड़ाने के लिए हमें सभी फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा कर देना चाहिए. हमें सभी जेलों को खाली कर देना चाहिए.”