रूस पर छाया गृहयुद्ध का संकट टल चुका है।रूस के सरकारी मीडिया के मुताबिक़, वागनर ग्रुप के प्रमुख येवगेनी प्रिगोज़िन बेलारूस जाएंगे.बेलारूस, रूस का सहयोगी देश है. बीबीसी ने समाचार दिया है इससे पहले आने वाली रिपोर्ट अस्पष्ट थी
रिपोर्ट्स के मुताबिक़, ख़ून ख़राबा रोकने के लिए येवगेनी प्रिगोज़िन और उनके लड़ाकों के ख़िलाफ़ आरोप हटा दिए जाएंगे.
शनिवार को वागनर ग्रुप ने ‘बग़ावत’ का दावा करते हुए रूस के रोस्तोव शहर पर नियंत्रण कर लिया था और कहा था कि वे मॉस्को की तरफ कूच कर रहे हैं.
लेकिन रात होते होते प्रिगोज़िन ने अपनी कूच को रोक दिया है और अब लड़ाके अपने बेस की ओर लौट रहे हैं.
लौटते समय रोस्तोव शहर से जो तस्वीरें आईं उनमें स्थानीय लोग लड़ाकों को गले लगाकर विदाई देते हुए दिखाई दिए.
रोसिया 24 न्यूज़ चैनल के अनुसार, बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्सेंडर लुकाशेंको ने येवगेनी प्रिगोज़िनके साथ बात की, जिसके बाद प्रिगोज़िन ने अपने लड़ाकों को राजधानी की तरफ कूच करने से रोक दिया.
और प्रिगोज़िन अपने लड़ाकों के कूच को रोकने और हालात को और बिगड़ने से रोकने पर सहमत हो गए हैं.
लुकाशेंको के प्रेस बयान के हवाले से रोसिया 24 न्यूज़ चैनल ने कहा कि प्रिगोज़िन ने मॉस्को तक मार्च को बीच में ही रोकने के लिए लुकाशेंको के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है.
बयान में ये भी कहा गया है कि वागनर पीएमसी लड़ाकों के लिए सिक्योरिटी गारंटी के साथ हालात के और बिगड़ने से रोकना का रास्ता ढूंढना संभव हो गया है.
समाचार चैनल के मुताबिक इस समझौता वार्ता पर पुतिन भी सहमत हो गए हैं.
एक दिन पहले मोर्चे से मॉस्को की ओर कूच करने से पहले प्रिगोज़िन का कहना था कि उनका उद्देश्य “सैन्य विद्रोह नहीं है बल्कि जो वो कर रहे हैं वो न्याय के लिए किया जा रहा मार्च