लखनऊ:रामचरितमानस पर बिहार के शिक्षा मंत्री डॉक्टर चंद्रशेखर की आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद अब समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने बयान देकर विवाद को बढ़ा दिया है और एक तरह से आग में घी डालने वाला काम किया है। ‘अमर उजाला’ की रिपोर्ट के अनुसार सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा, रामचरितमानस में दलितों और महिलाओं का अपमान किया गया है। तुलसीदास ने ग्रंथ को अपनी खुशी के लिए लिखा था। करोड़ों लोग इसे नहीं पढ़ते। इस ग्रंथ को बकवास बताते हुए कहा कि सरकार को इस पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए। डॉक्टर चंद्रशेखर के बयान के बाद पूरे देश में रामचरितमानस पर बहस छिड़ गई है। हिंदुत्ववादी नेताओं ने उनको मंत्री पद से हटाने का मुतालबा किया उनका कहना था की शिक्षा मंत्री के बयान से करोड़ों लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है लगता है स्वामी प्रसाद मौर्या के बयान से मामला और तूल पकड़ सकता है। उनके बयान का वीडियो भी वायरल हो रहा है।