कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को दावा किया कि भाजपा संविधान पर ”हमला” कर रही है। उन्होंने भाजपा पर चुनाव आयोग, नौकरशाही और केंद्रीय एजेंसियों जैसी संस्थाओं को नियंत्रित करने का आरोप लगाया। राहुल ने रांची में आयोजित संविधान सम्मान समारोह में संविधान की किताब दिखाते हुए कहा कि “यह दो पुस्तकों की लड़ाई है – मनुस्मृति व संविधान की लड़ाई।”
उन्होंने कहा कोई भी ताकत जाति जनगणना कराने और आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा को हटाने से नहीं रोक सकती। राहुल गांधी ने झारखंड के पहले रांची में ‘संविधान सम्मान सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए आरोप लगाया, ”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह सहित हर तरफ से संविधान पर लगातार हमला हो रहा है। इसकी रक्षा की जानी चाहिए।”
उन्होंने भाजपा पर “चुनाव आयोग, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), आयकर विभाग, नौकरशाही और न्यायपालिका को नियंत्रित करने” का आरोप लगाया। भाजपा फंड और संस्था को भी नियंत्रित करती है…। लेकिन हमारे पास ईमानदारी है। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव बिना पैसे के लड़ा।”
राहुल गांधी ने कहा कि जाति जनगणना “सामाजिक एक्स-रे प्राप्त करने का एक माध्यम है लेकिन पीएम मोदी इसके विरोध में हैं”। उन्होंने कहा, “हालांकि, कोई भी ताकत मीडिया, न्यायपालिका के समर्थन के बावजूद जाति जनगणना, संस्थागत सर्वेक्षण और आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा को हटाने से नहीं रोक सकती।”
उन्होंने कहा, “भाजपा के लोग आदिवासियों को वनवासी कहते हैं, और फिर वे आपके इतिहास और आपके जीवन के तरीके को नष्ट करने की कोशिश करते हैं।” कांग्रेस पार्टी के रुख की पुष्टि करते हुए उन्होंने कहा, “आप आदिवासी हैं – इस देश के पहले मालिक हैं।” उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि आदिवासी पहचान सिर्फ एक शब्द नहीं है, बल्कि उनके समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक
झारखंड विधानसभा चुनाव में कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है, सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम)-कांग्रेस गठबंधन का लक्ष्य सत्ता बरकरार रखना है, जबकि भाजपा वापसी करना चाहती है। राज्य में समुदाय के चुनावी महत्व को देखते हुए, जनजातीय मुद्दे एक प्रमुख केंद्र बिंदु होने की संभावना है।