बेतिया (बिहर): चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने खुद के चुनाव लड़ने की संभावना से शनिवार को इनकार किया, लेकिन बिहार के लिए एक ‘बेहतर विकल्प’ बनाने की अपनी प्रतिज्ञा दोहराई।
किशोर ने कहा कि उन्हें अपनी पार्टी के शीर्ष नेता एवं सीएम नीतीश से पूछना चाहिए कि उन्होंने “मुझे दो साल के लिए अपने निवास पर क्यों रखा था।
जदयू नेताओं ने किशोर पर आरोप लगाया था कि वह‘धंधेबाज़’ हैं और उनके पास राजनीतिक कौशल नहीं है. ‘आईपैक’ के संस्थापक से बार-बार पूछा गया कि क्या वह खुद चुनावी मैदान में उतरने की योजना बना रहे हैं तो उन्होंने कहा, ‘मैं चुनाव क्यों लड़ूंगा, मेरी ऐसी कोई आकांक्षा नहीं है।
किशोर रविवार को होने वाले पश्चिम चंपारण के जिला सम्मेलन से एक दिन पहले पत्रकारों से बात कर रहे थे. इस सम्मेलन में नागरिकों की राय ली जाएगी कि क्या ‘जन सुराज’ अभियान को राजनीतिक दल में बदला जाए या नहीं.
किशोर राज्य की 3500 किलोमीटर लंबी पद यात्रा पर हैं. उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिलों में इसी तरह से जनता से राय ली जाएगी, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
जदयू के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने दावा किया, ‘‘अगर मैं नीतीश कुमार के राजनीतिक उद्यम में शामिल हो जाता हूं तो वह एक बार फिर से मुझ पर मेहरबान दिखेंगे. चूंकि मैंने अपने लिए एक अलग रास्ता चुना इसलिए वह और उनके समर्थक मुझसे नाखुश हैं.”