नई दिल्ली:जमीयत उलेमा-ए-हिंद का महा अधिवेशन राजधानी दिल्ली के रामलीला मैदान में चल रहा है. आज सम्मेलन का दूसरा दिन है. महा अधिवेशन में बोलते हुए जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख महमूद मदनी ने कहा कि ये 130 करोड़ आबादी का मुल्क है. यहां बेशुमार भाषाएं, खानपान के तरीके, सोचने के अंदाज अलग होने के बाद भी सब एक हैं. एक वीडियो मैं देख रहा था. उसमें कोई कह रहा था कि अब तो अपना हिस्सा ले लिया है. उसके बाद भी ये सभी लोग यहां मूंग दल रहे हैं. मदनी ने कहा कि मैं फिर कह रहा हूं, “न बुलाए आपके आए हैं, न निकाले आपके जाएंगे.”
मदनी ने कहा कि समान नागरिक संहिता केवल मुसलमानों का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह हर धर्म, समूहों, जातियों व वर्गों से संबंधित है। उन्होंने ये भी कहा कि हम भाजपा व आरएसएस के खिलाफ नहीं हैं, धर्म के आधार पर भेदभाव न हो।मौलाना मदनी ने आगे कहा कि हमारा देश बहुलतावाद और एकता सबसे अच्छा उदाहरण है। लेकिन इसे नजरअंदाज कर जो भी कानून पारित होंगे उससे देश की एकता, अखंडता और विविधता प्रभावित होगी।