कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गीता प्रेस गोरखपुर को साल 2021 का गांधी शांति पुरस्कार दिए जाने की आलोचना की है.
उन्होंने गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार दिए जाने की तुलना सावरकर और गोडसे को पुरस्कृत करने से की है.
उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि अक्षय मुकुल ने इस संगठन पर एक बहुत ही अच्छी जीवनी लिखी है, जिसमें महात्मा गांधी के साथ इसके संबंधों और राजनीतिक, धार्मिक और सामाजिक मोर्चों पर चल रही लड़ाइयों का पता चलता है.
जयराम रमेश ने लिखा, “यह फैसला असल में सावरकर और गोडसे को पुरस्कार देने जैसा है.”
गांधी शांति पुरस्कार भारत सरकार की ओर से हर साल दिया जाता है. साल 1995 में महात्मा गांधी की 125वीं जयंती