नई दिल्ली: हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के खिलाफ भाजपा नेताओं की टिप्पणी को लेकर देश के कई हिस्सों में तनाव का माहौल है, इस बीच पाक के पूर्व पीएम इमरान खान ने पैगंबर विवाद को लेकर यूपी हिंसा के बाद हुई बुलडोजर की कार्रवाई को गलत ठहराया है।
उन्होंने भारत में हिंसा के आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने को लेकर झूठी सांत्वना देने की कोशिश की है, इमरान खान ने भारत में हिंसा करने वालों के घर पर बुलडोजर की कार्रवाई को लेकर सवाल उठाते हुए आरोपियों से सहानुभूति जताने की झूठी कोशिश की है।
हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम को लेकर यूपी में हिंसा करने वालों के घर पर बुलडोजर की कार्रवाई को लेकर इमरान खान ने कहा कि ये बेहद चौकाने वाला है कि कैसे भारतीय अधिकारियों ने बीजेपी नेताओं के ईशनिंदा बयानों के विरोध में भारतीय मुसलमानों के घरों को ध्वस्त कर दिया।
इमरान खान ने ट्वीट किया, चौंकाने वाला है कि कैसे भारतीय अधिकारियों ने हमारे प्यारे पवित्र पैगंबर के खिलाफ बीजेपी नेताओं के ईशनिंदा बयानों के विरोध में भारतीय मुसलमानों के घरों को ध्वस्त कर दिया।
अपने मुस्लिम नागरिकों के प्रति संवेदनशीलता दिखाने के बजाय उनके घरों को तोड़ दिया, ईशनिंदा से दुनिया भर के मुसलमान बहुत आहत हुए थे, यह अमानवीय, फासीवादी कार्रवाई पूरी तरह से निंदनीय है।
बांग्लादेश की सरकार में शामिल एक मंत्री ने कहा था कि हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के खिलाफ टिप्पणी करने के बाद शुरू हुआ विवाद भारत का आंतरिक मामला है, बांग्लादेश के मंत्री ने कहा था कि दूसरे मुस्लिम देशों की तरह ये मामला बांग्लादेश में ध्यान आकर्षित करने वाला नहीं है, इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि सरकार इस मसले पर कोई समझौता नहीं कर रही है।
बता दें कि प्रयागराज हिंसा के मास्टरमाइंड कहे जाने वाले जावेद पंप के घर को जिला प्रशासन के आदेश के बाद जमींदोज कर दिया गया था, पुलिस का दावा है कि उसने जावेद के मकान की तलाशी के दौरान अवैध असलहे मिल थे, जिसमें 12 बोर और 315 बोर के तमंचे शामिल हैं, देश में अलग-अलग जगह पर हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम विवाद को लेकर हुई हिंसा में कई लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।