जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) ने आज 74वां गणतंत्र दिवस बड़े उत्साह, जोश और देशभक्ति के जज़्बे के साथ मनाया। समारोह की शुरुआत विश्वविद्यालय के डॉ. एम. ए. अंसारी ऑडिटोरियम के लॉन में समारोह की मुख्य अतिथि प्रोफेसर नजमा अख्तर, कुलपति, जामिया द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ हुई। तिरंगा फहराने के बाद उपस्थित लोगों ने राष्ट्रगान गाया।
डीटीयू, दिल्ली के पूर्व प्रो-वाइस चांसलर प्रो. मोइनुद्दीन, समारोह के विशिष्ट अतिथि थे। समारोह में जामिया के रजिस्ट्रार प्रो. नाज़िम हुसैन जाफरी, डीएसडब्ल्यू प्रो. इब्राहिम, विभागों के अध्यक्ष, अधिकारी, शिक्षक, विश्वविद्यालय के गैर-शिक्षण कर्मचारी, एनसीसी कैडेट और एनएसएस वॉलेंटीयर्स शामिल थे।
प्रोफेसर असदुद्दीन ने ‘सिग्निफिकेंस ऑफ़ 26 जनवरी फॉर इंडियन डेमोक्रेसी’ पर एक भाषण दिया जिसमें उन्होंने गणतंत्र दिवस के सही अर्थ और महत्व पर प्रकाश डाला।
जामिया की वाइस चांसलर प्रो. नजमा अख्तर ने अपने संबोधन में कहा कि एक देश के तौर पर हमने जो कुछ भी आज हासिल किया हैं या आगे हासिल करने के लिए तैयार हैं, वह इसलिए संभव है क्योंकि हम एक सच्चे लोकतंत्र और सफल गणतंत्र हैं। प्रो अख्तर ने कहा, “इस साल भारत को हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के गतिशील और सक्रिय नेतृत्व के तहत जी 20 की अध्यक्षता प्रदान की गई है, जो अंतरराष्ट्रीय प्रणाली में सबसे प्रभावशाली वैश्विक मंचों में से एक है।”
प्रो. नजमा अख्तर ने आगे कहा कि देश जी-20 अध्यक्षता के माध्यम से वैश्विक अर्थव्यवस्था में गिरावट, जलवायु परिवर्तन और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए दृढ़ है जो मानवता के सामने गंभीर चुनौतियां पेश करती हैं। हम एक जिम्मेदार राष्ट्र हैं जो समग्र रूप से दुनिया के सामने अपनी नेतृत्व क्षमता और दृष्टिकोण स्पष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। “हमारा जी 20 मंत्र – One Earth, One Family and One Future है” कुलपति ने कहा।
वाइस चांसलर ने हाल के दिनों में जामिया की उपलब्धियों के बारे में विस्तार से बताया, जैसे एनआईआरएफ में शीर्ष तीन विश्वविद्यालयों में शामिल होना, नैक द्वारा दिया गया ए++ ग्रेड और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, शिक्षण और अनुसंधान प्रदान करने में विश्वविद्यालय के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उच्चतम रैंकिंग।
प्रो नजमा अख्तर ने आगे कहा, “हम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट संस्थानों के साथ सहयोग- साझेदारी के विकास के माध्यम से सर्वोत्तम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रैक्टिसेज के ज़रिए विश्व स्तरीय शिक्षण-सह-अनुसंधान विश्वविद्यालय बनने के लिए प्रयास कर रहे हैं। हम समकालीन ज़रूरतों के अग्रणी क्षेत्रों में अत्याधुनिक लर्निंग अनुभव, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेंचमार्क एजुकेशन, बौद्धिक स्वतंत्रता और महत्वपूर्ण अनुसंधान के अवसरों की पेशकश करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
जामिया के रजिस्ट्रार प्रो नाज़िम हुसैन जाफरी ने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापित किया। समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में शाम को इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संकाय के ऑडिटोरियम में अखिल भारतीय मुशायरा और कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। 24 और 25 जनवरी, 2023 को भी गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों, विभागों और केंद्रों द्वारा कई कार्यक्रम आयोजित किए गए।