“भारत में ईरान के उप-राजदूत मोहम्मद जवाद हुसैनी ने इजरायल के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए भारत से इज़रायल की खुलेआम निंदा करने और उस पर प्रेशर बनाने की अपील की है. उन्होंने कहा कि भारत जैसे बड़े और शांति समर्थक देश, जो वैश्विक दक्षिण की आवाज़ हैं उन्हें इज़रायल की आलोचना कर कर अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए”.(आजतक)
नई दिल्ली:ईरान और इजरायल के बीच चल रहे तनाव के बीच, ईरान ने अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान को चेतावनी दी है. नई दिल्ली स्थित ईरानी दूतावास के उप मिशन प्रमुख जावेद हुसैनी ने शुक्रवार को कहा कि अगर इस संघर्ष में कोई तीसरा पक्ष शामिल हुआ, तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि पाकिस्तान हमारे साथ खड़ा रहेगा. पाकिस्तान को समझना होगा कि अगर इजरायल को आज नहीं रोका गया तो आगे कई और देश हमला झेलेगा.
जावेद हुसैनी ने कहा कि यह इजरायल और ईरान का संघर्ष है. किसी तीसरे पक्ष का इसमें आना जटिलता बढ़ाएगा. हमारे पास कुछ अघोषित शक्तियां हैं, जिन्हें हमने भविष्य के लिए सुरक्षित रखा है. यह बयान तब सानमे आया, जब उनसे पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात पर सवाल किया गया. हुसैनी ने कहा, “हम चेतावनी देते हैं कि अगर कोई तीसरा पक्ष इस युद्ध में शामिल होता है तो इसके गंभीर नतीजे होंगे.”
***भारत को लेकर कोई नाराजगी नहीं
हुसैनी ने भारत को लेकर किसी प्रकार की नाराजगी से इनकार करते हुए कहा कि “तेहरान को भारत से भविष्य.
IAEA की भूमिका पर उठाए सवाल
हुसैनी ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि IAEA ने खुद कहा था कि कि ईरान की ओर से कोई सैन्य परमाणु गतिविधि नहीं चल रही है. फिर भी उन्होंने इज़रायल का पक्ष लेते हुए ईरान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को समर्थन दिया. इस से IAEAकी साख पर सवाल उठे हैं
***पाकिस्तान को लेकर जताई उम्मीद
एक पत्रकार के सवाल पर कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख की अमेरिका यात्रा के बाद यूएस क्या पाकिस्तान की ज़मीन का इस्तेमाल करेगा..? इस पर हुसैनी ने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान ऐसे किसी कदम में शामिल नहीं होगा और इज़रायली हमलों के खिलाफ ईरान का साथ देगा
***ईरान की गोपनीय क्षमताओं की चेतावनी
हुसैनी ने कहा कि हमारे पास कुछ ऐसी क्षमताएं हैं जो अब तक सामने नहीं आई हैं. हमने उन्हें भविष्य के लिए बचाकर रखा हैइसलिए बेहतर होगा कि कोई इस क्षेत्र को खतरे में डालने की कोशिश न करे. sours:mediateports