गुजरात की एक अदालत ने मवेशियों की तस्करी के मामले में एक दोषी को उम्रकैद की सजा सुनाई है. साथ ही उसपर 5 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है. कोर्ट ने सुनवाई करते वक्त कुछ अजीबोगरीब टिप्पणियां की हैं. तापी जिला अदालत के प्रधान जिला न्यायाधीश समीर विनोद चंद्र व्यास ने कहा कि अगर गोहत्या बंद कर दी जाएं, तो पृथ्वी की सभी समस्याएं हल हो जाएंगी. व्यास आगे यह भी कहा कि गाय के गोबर से बने घर एटॉमिक रेडिएशन से प्रभावित नहीं होते हैं. गौमूत्र का उपयोग कई लाइलाज बीमारियों के इलाज में किया जाता है.
TV9 भारत नेमीडिया रिपोर्ट्स के के हवाले से खबर दी है कि , दरअसल, कोर्ट ने दावा किया विज्ञान ने साबित कर दिया है कि गाय के गोबर से बने घर परमाणु विकिरण से प्रभावित नहीं होते हैं. बार और बेंच की रिपोर्ट के अनुसार, नवंबर में पारित आदेश में इस बात पर भी असंतोष व्यक्त किया गया था कि गौ रक्षा से संबंधित सभी बातों को व्यवहार में नहीं लाया गया है. गाय केवल एक जानवर नहीं बल्कि एक मां है. एक गाय 68 करोड़ पवित्र स्थानों और 33 करोड़ देवताओं का जीवित ग्रह है. पूरे ब्रह्मांड पर एक गाय का दायित्व वर्णन से परे है।