नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए विपक्षी दल रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी विपक्ष को एकजुट करने में जुटी हुई हैं. विपक्षी एकता को बल देने के लिए 12 जून को पटना में एक बैठक बुलाई गई है. जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने NDTV से खास बातचीत में कहा कि इस विपक्षी दलों की बैठक में करीब दो दर्जन पार्टियों को न्योता दिया गया है. लगभग छह गैर-बीजेपी और गैर-कांग्रेसी पार्टियां हैं, जो कांग्रेस के सहज नहीं हैं, लेकिन इस बैठक में उन्हें भी न्योता दिया गया है.
केसी त्यागी ने कहा, “जिन नेताओं ने अपनी असमर्थता जताई है उनके लिए न्योता नहीं है. देखिए, दुश्मन को कभी कमजोर नहीं समझना चाहिए. फिर भारतीय जनता पार्टी के साथ तो हमने काम किया है. इस आधार पर हम कह सकते हैं कि हमें भाजपा को अंडर एस्टीमेट नहीं करना चाहिए. हमें बेहद मजबूती के साथ आगे बढ़ना होगा
जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले हो रही इस बैठक में नीतीश कुमार का जो फॉर्मूला है…बीजेपी के उम्मीदवारों के खिलाफ विपक्ष की तरफ से एक साझा उम्मीदवार उतारने का, उस पर चर्चा होगी. कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे ने नीतीश कुमार के साथ हुई बैठक में इस फार्मूले पर अपनी मुहर लगा दी है. कांग्रेस नेतृत्व भी इस फार्मूले पर तैयार है.