नई दिल्ली : अपने बयानों से चर्चा में रहने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने पार्टी में विचाराधारा को लेकर पूरी तरह स्पष्टता होने की पैरवी करते हुए कहा कि कांग्रेस बिल्कीस बानो, गिरजाघरों पर हमलों और गौरक्षा के नाम पर होने वाली हत्याओं जैसे विषयों पर और मुखर हो सकती थी। उन्होंने पार्टी के 85वें महाधिवेशन में यह टिप्पणी की। थरूर ने अधिवेशन में कहा, ‘हमें समावेशी भारत के पक्ष में अपने वैचारिक रुख को लेकर पूरी तरह स्पष्ट होना होगा।’
उनका कहना था कि अपने संकल्प को लेकर हमारे अंदर साहस होना चाहिए। हम बिल्कीस बानो के मामले, गिरजाघरों पर हमले और गौरक्षा के नाम पर हत्याओं जैसे मामलों पर और अधिक मुखर हो सकते थे। अगर हम इन मुद्दों पर नहीं बोलते हैं तो हम भारत की विविधता और बहुलता के प्रति अपनी बुनियादी जिम्मेदारी से पीछे हट रहे हैं।’ थरूर ने कहा, ‘भारत सबका है।’