नई दिल्ली :(DW) अमेरिका में चीन के राजदूत रहे चिन गांग को नया विदेश मंत्री नियुक्त किया गया है. उन्हें राष्ट्रपति शी जिनपिंग का करीबी माना जाता है. चिन गांग एक बेहद सख्त कूटनीतिज्ञ के रूप में चर्चित रहे हैं.
ईंट का जवाब पत्थर से देने वाले कूटनीतिज्ञ के रूप में मशहूर चिन गांग को चीन का नया विदेश मंत्री नियुक्त किया गया है. शुक्रवार को मंत्रीपद पर नियुक्त किए गए 56 वर्षीय चिन गांग ने वांग यी का स्थान लिया है, जो 2013 से देश की विदेश नीति की कमान संभाले हुए थे.
चिन को पिछले साल ही अमेरिका में देश का राजदूत बनाकर भेजा गया था और उन्हें अमेरिका साथ रिश्तों को वापस रास्ते पर लाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. उन्हें ‘वुल्फ वॉरियर’ के रूप में जाना जाता है, यानी एक ऐसा कूटनीतिक जो चीन की किसी भी आलोचना पर बेहद सख्ती से जवाब देता है. यह नाम उन चीनी कूटनीतिज्ञों को दिया जाता है जो खासतौर पर पश्चिमी देशों के बारे में बेहद कड़ा रवैया रखते हैं.
2020 में चिन गांग ने कहा था कि पश्चिम में चीन की छवि इसलिए खराब है क्योंकि यूरोप और अमेरिका, खासकर वहां का मीडिया चीन की राजनीतिक व्यवस्था को, और खासतौर पर उसके आर्थिक उभार को स्वीकार नहीं कर पाया.
चिन गांग ने एक अमेरिकी पत्रिका ‘द नेशनल इंट्रेस्ट’ में एक लेख लिखा है जिसमें उन्होंने भारत के साथ संबंध सुधारने पर भी बात की है. इस लेख में उन्होंने बताया है कि चीन दुनिया को किस तरह देखता है. भारत-चीन सीमा विवाद का जिक्र करते हुए वह लिखते हैं कि “दोनों पक्ष तनाव कम करने और सीमा पर शांति बनाए रखने की इच्छा रखते हैं
चिन चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो के सदस्य हैं. वह कहते रहे हैं कि चीन 19वीं सदी में पश्चिम के अफीम युद्धों का पीड़ित है. वह चीन के बारे में जिस तरह का नजरिया पेश करते हैं उसमें पश्चिमी नीति-संस्कृति का जरा भी प्रभाव नहीं है.