नई दिल्लीः 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी एक्शन मोड में आ चुकी है. एक तरफ जहां इंडिया गठबंधन के सहयोगियों के साथ मिलकर कांग्रेस पार्टी करीब 300 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. वहीं भाजपा 2024 की लड़ाई में 450 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. 2019 के चुनावी नतीजे में बीजेपी ने अकेले 303 सीटों पर जीत हासिल की थी. 2019 के लोकसभा चुनावों में, भाजपा ने 436 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 303 सीटें जीतीं और 37.7 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 22.9 करोड़ वोट हासिल किए थे
वहीं कांग्रेस ने 2019 में 421 सीटों पर चुनाव लड़ा था और लगभग 11.94 करोड़ वोट हासिल किए थे. इस बार ग्रैंड ओल्ड पार्टी करीब 290 सीटों पर ही फोकस करने की योजना बना रही है. लेकिन सूत्रों का कहना है कि बीजेपी 450 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. इस बार बिहार में जेडीयू, महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की शिवसेना या तमिलनाडु में एआईएडीएमके या पंजाब में अकाली दल के साथ कोई गठबंधन नहीं होने के कारण, बीजेपी इन राज्यों में अधिक सीटों पर और कुल मिलाकर 2024 में लोकसभा में चुनाव लड़ने के लिए तैयार है.
2019 में, बीजेपी ने बिहार में 40 में से केवल 17 सीटों पर, महाराष्ट्र में 48 में से 25 सीटों पर और तमिलनाडु में 39 में से पांच सीटों पर चुनाव लड़ा. तब एनडीए का हिस्सा बनकर उद्धव ठाकरे की जेडीयू और शिवसेना ने गठबंधन में बड़ी संख्या में सीटों पर चुनाव लड़ा था. पंजाब में भी बीजेपी ने 13 में से सिर्फ तीन सीटों पर चुनाव लड़ा था. इस बार बीजेपी इन राज्यों में बड़ी संख्या में सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है.
बीजेपी को लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने, 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की प्रतिष्ठा और विकास कार्ड जैसे बड़े डिलिवरेबल्स को देखते हुए, पार्टी 2019 की 303 सीटों की अपनी संख्या को आसानी से पार कर सकती है. इस सप्ताह के अंत में दक्षिण भारत का एक और दौरा होने वाला है, ऐसे में पीएम मोदी 2024 के पहले तीन हफ्तों में से एक सप्ताह दक्षिण में बिताएंगे. 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले दक्षिण भारत में प्रधानमंत्री का यह एक बड़ा कदम है. (साभार न्यूज़ १७)