बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. पहले चरण के मतदान के लिए नामांकन प्रक्रिया समाप्त हो गई है, लेकिन महागठबंधन की पार्टियों में सीट बंटवारे की गुत्थी अब तक उलझी हुई है. एक साथ चुनाव लड़ने का वादा करने वाली पार्टियों ने आठ सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतारा है.
पहले चरण की आठ सीटों पर महागठबंधन के ही सहयोगी दल एक-दूसरे के खिलाफ चुनावी मैदान में उतर आए हैं. इस स्थिति ने न केवल महागठबंधन की एकजुटता पर सवाल खड़ा कर दिया है, बल्कि फ्रेंडली फाइट ने पार्टियों के बीच आपसी टकराव को उजागर किया है.महागठबंधन में शामिल पार्टियां राजद, कांग्रेस, वामदल और वीआईपी ने न केवल अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की बल्कि पहले चरण के लिए उनके उम्मीदवारों ने नामांकन भी दाखिल कर दिया है.
8 सीटों पर महागठबंधन आमने-सामने
लेकिन आपसी सहमति के आभाव में आठ सीटों पर अपने ही साथी दलों को वे चुनौती दे रहे हैं. पहले चरण में राजद ने 72 सीटों पर, कांग्रेस ने 26 सीटों पर, वामदलों ने 21 सीटों पर और वीआईपी ने 6 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं,
सबसे दिलचस्प स्थिति उन आठ विधानसभा सीटों की है, जहां महागठबंधन की पार्टियां आपस में भिड़ रही हैं. इनमें वैशाली, राजापाकड़, बछवाड़ा, रोसड़ा, लालगंज, बिहारशरीफ, तारापुर और कहलगांव जैसी अहम विधानसभा सीटें शामिल हैं.
जानें वे कौन सी सीटें हैं, जहां मचा है घमासान
रोसड़ा: कांग्रेस ने यहां से तमिलनाडु के पूर्व डीजीपी बीके रवि को अपना उम्मीदवार बनाया है, लेकिन उनके खिलाफ शुक्रवार को भाकपा प्रत्याशी लक्ष्मण पासवान ने यहां से अपना पर्चा दाखिल किया है. 2020 में यहां से कांग्रेस के नरेंद्र कुमार विकल चुनाव लड़े थे.
राजापाकड़: कांग्रेस की वर्तमान विधायक प्रतिमा दास यहां से उम्मीदवार है और अपना नामांकन कर चुकी है. बावजूद इसके भाकपा से मोहित पासवान ने भी शुक्रवार को यहां से अपना पर्चा दाखिल किया है.
बिहार शरीफ: कांग्रेस ने ओमेर खान को अपना उम्मीदवार बनाया है बावजूद इसके भाकपा प्रत्याशी शिव प्रकाश यादव उर्फ सरदार जी ने यहां से अपना पर्चा दाखिल किया है. 2020 में इस सीट से राजद के उम्मीदवार ने जीत हासिल की थी.
वैशाली: यह कांग्रेस की सीट रही है पिछली बार यहां से संजीव सिंह लड़े थे, इस बार यहां से राजद ने अजय कुशवाहा को भी उम्मीदवार बना रखा है.
लालगंज: लालगंज भी कांग्रेस की सीट रही है. यहां से कांग्रेस आदित्य कुमार को उम्मीदवार बना दिया और राजद ने मुन्ना शुक्ला की बेटी शिवानी शुक्ला को टिकट देखा उतार दिया.
नरकटियागंज: यहां भी राजद और कांग्रेस के बीच क्लेश है.
वारिसलीगंज: यह भी कांग्रेस की सीट रही है. 2020 में कांग्रेस के सतीश सिंह लड़े थे.यहां से राजद ने भी उम्मीदवार दे दिया.
बछवाड़ा: यहां माकपा के अवधेश राय और कांग्रेस के गरीबदास में लड़ाई है.