नई दिल्ली :सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया यानी एसडीपीआई ने पीएफआई पर बैन लगाए जाने को बीजेपी सरकार का अघोषित आपातकाल बताया है। एसडीपीआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष एमके फैजी ने कहा है कि पीएफआई और इसके सहयोगी संगठनों पर प्रतिबंध लगाया जाना लोकतंत्र और भारतीय संविधान में आम लोगों को मिले अधिकारों पर सीधा हमला है। एसडीपीआई पीएफआई का राजनीतिक संगठन है।
एसडीपीआई ने बयान जारी कर कहा है कि जो भी शख्स बीजेपी सरकार की गलत और आमजन की विरोधी नीतियों के खिलाफ बोलता है उसे छापेमारी और गिरफ्तारियों का सामना करना पड़ता है। एमके फैजी ने कहा है कि अभिव्यक्ति और विरोध करने की आजादी को कुचला जा रहा है।
फैजी ने कहा है कि बीजेपी सरकार जांच एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्ष को चुप कराने के लिए और लोगों की आवाज को दबाने के लिए कर रही है। उन्होंने कहा कि देश में पूरी तरह अघोषित आपातकाल लग चुका है।
फैजी ने कहा है कि ऐसे वक्त में सभी सेक्युलर पार्टियों और लोगों को लोकतंत्र और भारतीय संविधान को बचाने के लिए इस तानाशाही सरकार का विरोध करना चाहिए।
वाजेह रहे कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को पीएफआई पर 5 साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। इससे जुड़े आठ अन्य संगठनों के खिलाफ भी प्रतिबंध की कार्रवाई की गई है।