समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान की मंगलवार को रिहाई होने वाली है. पहले सुबह सात बजे रिहाई होनी थी. लेकिन 3000 रुपये का जुर्माना नहीं भरने के कारण रिहाई की प्रक्रिया रोक दी गई है. वहीं सुबह से ही आजम खान के समर्थक सीतापुर जिला जेल के बाहर भारी संख्या में पहुंच गए हैं. साथ ही उनके बेटे भी पहुंचे हुए हैं. हालांकि इस दौरान पुलिस ने आजम खान के कई समर्थकों की गाड़ियों का चालान काट दिया है. जेल के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. आजम खान करीब 23 महीने बाद जेल से बाहर आएंगे
कहा जा रहा है कि सुबह 10 बजे कोर्ट खुलने के बाद ही चालान जमा हो सकेंगे और उसके बाद आजम खान की रिहाई होगी।
आजम खान अक्टूबर 2023 से जेल में बंद हैं। भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने तीन जनवरी 2019 को गंज कोतवाली में मोहम्मद आजम खान, अब्दुल्ला आजम और तजीन फातिमा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें आरोप लगाया था कि अनुचित लाभ लेने के लिए आजम खां और तजीन फातिमा ने बेटे अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाण पत्र बनवाए हैं।
पुलिस ने बाद विवेचना अप्रैल 2019 में आजम खां, उनके बेटे अब्दुल्ला आजम और पत्नी तजीन फात्मा तीनों को 420, 467, 468, 471 आईपीसी व 120 बी का आरोपी मानते हुए चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की थी। इस केस में 18 अक्तूबर 2023 को एमपीएमएलए मजिस्ट्रेट कोर्ट शोभित बंसल ने तीनों को दोषी करार देते हुए सात-सात साल की कैद और 50-50 हजार के जुर्माने की सजा सुनाई थी। सजा का ऐलान होते ही तीनों को कस्टडी में लेकर जेल भेज दिया गया था। सुरक्षा कारणों से तजीन फात्मा को रामपुर जेल में ही रखा गया था जबकि, आजम खां को सीतापुर और अब्दुल्ला आजम को हरदोई जेल भेजा गया था। तजीन और अब्दुल्ला को पूर्व में जमानत पर रिहाई मिल गई थी लेकिन, आजम खान के रिहाई परवाने सोमवार को जारी हुए हैं। उनकी रिहाई को लेकर समर्थकों में खुशी की लहर है। रामपुर से लेकर सीतापुर तक उनके इस्तकबाल के लिए जश्न की तैयारियां की जा रही हैं।












