Roznama Khabrein
No Result
View All Result
  • होम
  • समाचार
  • देश-विदेश
  • पड़ताल
  • एजुकेशन
  • विचार
  • हेट क्राइम
  • अन्य
  • रोजनामा खबरें विशेष
  • اردو
اردو
  • होम
  • समाचार
  • देश-विदेश
  • पड़ताल
  • एजुकेशन
  • विचार
  • हेट क्राइम
  • अन्य
  • रोजनामा खबरें विशेष
  • اردو
No Result
View All Result
No Result
View All Result
Home समाचार

असम सरकार ने विभिन्न धर्मों के लोगों के बीच ज़मीन बेचने के लिए एनओसी पर तीन महीने की रोक लगाई

RK News by RK News
March 24, 2024
Reading Time: 1 min read
0

नई दिल्ली: असम सरकार ने विभिन्न धर्मों के लोगों के बीच जमीन की बिक्री के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) देने पर तीन महीने के लिए रोक लगा दी है
द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य के राज्यपाल के माध्यम से राजस्व और आपदा प्रबंधन (पंजीकरण) विभाग द्वारा 7 मार्च को जारी एक अधिसूचना में विभिन्न धार्मिक समुदायों के लोगों की भूमि को ‘कपटपूर्ण तरीकों से’ हस्तांतरित करने के प्रयासों के मामलों पर खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी का हवाला देते हुए कहा गया है कि लोकसभा चुनाव के दौरान निहित स्वार्थों को सांप्रदायिक संघर्ष पैदा करने से रोकने के लिए एनओसी देना ‘स्थगित’ रखा गया है.
असम की 14 संसदीय सीटों पर तीन चरणों में चुनाव होंगे. पूर्वी असम की पांच सीटों, मध्य और दक्षिणी असम की पांच सीटों और मध्य और पश्चिमी असम की चार सीटों के लिए मतदान क्रमशः 19 अप्रैल, 26 अप्रैल और 7 मई को होंगे.
राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव ज्ञानेंद्र देव त्रिपाठी द्वारा हस्ताक्षरित अधिसूचना में कहा गया है, ‘असम के राज्यपाल ने यह निर्देश दिया है कि पंजीकरण अधिनियम 1908 की धारा 21ए के तहत भूमि की बिक्री के लिए एनओसी देने के सभी मामले, जहां खरीदार और विक्रेता अलग-अलग धर्म के हैं, इस अधिसूचना के जारी होने की तारीख से उन्हें 3 महीने की अवधि के लिए स्थगित रखा जाएगा.’
मिशन बसुंधरा
अधिसूचना जोड़ा गया है, ‘हालांकि, यदि जिला आयुक्त का विचार है कि ऐसी एनओसी देना परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए बिल्कुल आवश्यक है और इससे कानून और व्यवस्था का कोई उल्लंघन नहीं होगा, तो इसे पंजीकरण महानिरीक्षक, असम की पूर्व सहमति से जारी किया जा सकता है.’
गौरतलब है कि असम सरकार द्वारा मिशन बसुंधरा के तीसरे चरण की शुरुआत के एक महीने से भी कम समय बाद अधिसूचना जारी की गई है. मिशन बसुंधरा सरकारी स्वामित्व वाली भूमि को ‘मियादी पट्टे’, जिस पर एक इंडिजिनस (मूलनिवासी) समुदाय से संबंधित आवेदक का स्वामित्व अधिकार हो सकता है, में बदलने की एक योजना है.
इसमें यह साबित करना शामिल है कि आवेदक स्वामित्व वाली भूमि के एक टुकड़े पर कम से कम तीन पीढ़ियों से असम का निवासी रहा है और आवेदन की तारीख से कम से कम तीन वर्षों से उसका भूमि पर लगातार कब्जा रहा है.
8 फरवरी को ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के विधायक अशरफुल हुसैन ने 126 सदस्यीय असम विधानसभा को बताया कि मिशन बसुंधरा के तहत मुसलमानों के आवेदन खारिज किए जा रहे हैं. इसके जवाब में मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने कहा कि भूमिहीन बंगाली मूल के मुसलमान- जिन्हें अक्सर ‘मिया’ कहा जाता है- मिशन के तहत आवेदन नहीं कर सकते क्योंकि वे इंडिजिनस नहीं हैं.
उन्होंने कहा, ‘खिलौंजिया (मूलनिवासी) का अर्थ है आदिवासी. असम में मोरन, मटक और चुटिया जैसे आदिवासी लोग हैं. यह दुनिया भर में मान्यता प्राप्त परिभाषा है.’2011 की जनगणना के अनुसार असम में 1.06 करोड़ मुस्लिम हैं, जो राज्य की आबादी का 34.22% है. उनमें से अधिकांश बंगाली मूल के मुसलमान हैं जो नदी क्षेत्रों में रहते हैं और अक्सर उन्हें अवैध अप्रवासी करार दिया जाता है (साभार वायर हिन्दी)

RELATED POSTS

शेख हसीना पर ट्रिब्यूनल ने गंभीर मामलों में तय किए आरोप; गिरफ्तारी वारंट जारी

कोविड-19 की नई लहर: भारतीय स्वास्थ्य प्रणाली के लिए चुनौतियाँ

भारत ने पहली बार माना- पाकिस्तान से संघर्ष में कुछ लड़ाकू विमान नष्ट हुए थे ,सीडीएस चौहान का बयान सामने आया

ShareTweetSend
RK News

RK News

Related Posts

समाचार

शेख हसीना पर ट्रिब्यूनल ने गंभीर मामलों में तय किए आरोप; गिरफ्तारी वारंट जारी

June 1, 2025
समाचार

कोविड-19 की नई लहर: भारतीय स्वास्थ्य प्रणाली के लिए चुनौतियाँ

June 1, 2025
समाचार

भारत ने पहली बार माना- पाकिस्तान से संघर्ष में कुछ लड़ाकू विमान नष्ट हुए थे ,सीडीएस चौहान का बयान सामने आया

May 31, 2025
समाचार

ABVP ने मुस्लिम प्रोफेसर को कॉलेज कैंपस में बेरहमी से पीटा,lovejihad का आरोप

May 31, 2025
समाचार

बिहार उर्दू अकादमी का जल्द से जल्द पुनर्गठन किया जाए: डॉ. सैयद अहमद खान

May 31, 2025
समाचार

जामिया नगर ने राहत की सांस ली, अभी नहीं चलेगा यूपी सरकार का बुलडोजर, दिल्ली हाईकोर्ट ने लगाई रोक

May 30, 2025
Next Post

JNU: तीन दशक बाद जेएनयू छात्र संघ को लेफ्ट से पहला दलित अध्यक्ष मिला

दिल्ली:फोटो जर्नलिस्ट के ख़िलाफ़ पुलिस कार्रवाई की परेस क्लब समेत कई मीडिया संगठनों ने निंदा की

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recommended Stories

अफगानिस्तान: तालिबान ने “वॉयस ऑफ अमेरिका” का प्रसारण रोका

अफगानिस्तान: तालिबान ने “वॉयस ऑफ अमेरिका” का प्रसारण रोका

December 4, 2022
मीडिया नीतीश और केजरीवाल का इतना हल्ला क्यों मचा रहा है?

मीडिया नीतीश और केजरीवाल का इतना हल्ला क्यों मचा रहा है?

September 2, 2022
यूपी चुनाव के बाद बोर्ड को मिलेगा नया प्रवक्ता : मौलाना ख़ालिद सैफुल्ला रहमानी

यूपी चुनाव के बाद बोर्ड को मिलेगा नया प्रवक्ता : मौलाना ख़ालिद सैफुल्ला रहमानी

December 18, 2021

Popular Stories

  • मेवात के नूह में तनाव, 3 दिन इंटरनेट सेवा बंद, 600 परFIR

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • कौन हैं जामिया मिलिया इस्लामिया के नए चांसलर डॉक्टर सैय्यदना सैफुद्दीन?

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • NCERT Recruitment 2023 में नौकरी पाने का जबरदस्त मौका, कल से शुरू होगा आवेदन, जानें तमाम डिटेल

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • पकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में महिला यूट्यूबर ज्योति गिरफ्तार, पूछताछ में किए बड़े खुलासे

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • नूपुर को सुप्रीम कोर्ट की फटकार, कहा- बयान के लिए टीवी पर पूरे देश से माफी मांगे

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • दुआएं कुबूल, हल्द्वानी में नहीं चलेगा बुलडोजर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
Roznama Khabrein

The Roznama Khabrein advocates rule of law, human rights, minority rights, national interests, press freedom, and transparency on which the newspaper and newsportal has never compromised and will never compromise whatever the costs.

More... »

Recent Posts

  • शेख हसीना पर ट्रिब्यूनल ने गंभीर मामलों में तय किए आरोप; गिरफ्तारी वारंट जारी
  • कोविड-19 की नई लहर: भारतीय स्वास्थ्य प्रणाली के लिए चुनौतियाँ
  • भारत ने पहली बार माना- पाकिस्तान से संघर्ष में कुछ लड़ाकू विमान नष्ट हुए थे ,सीडीएस चौहान का बयान सामने आया

Categories

  • Uncategorized
  • अन्य
  • एजुकेशन
  • देश-विदेश
  • पड़ताल
  • रोजनामा खबरें विशेष
  • विचार
  • समाचार
  • हेट क्राइम

Quick Links

  • About Us
  • Support Us
  • Terms & Conditions
  • Privacy Policy
  • Grievance
  • Contact Us

© 2021 Roznama Khabrein Hindi

No Result
View All Result
  • होम
  • समाचार
  • देश-विदेश
  • पड़ताल
  • एजुकेशन
  • विचार
  • हेट क्राइम
  • अन्य
  • रोजनामा खबरें विशेष
  • اردو

© 2021 Roznama Khabrein Hindi