नई दिल्ली (एजेंसी): किसे कहते हैं दूर की कौड़ी लाना दिनभर की खामोशी के बाद महंगाई के विरुद्ध कांग्रेस के प्रदर्शन को बीजेपी ने राम मंदिर से जोड़ दिया । खुद गृह मंत्री अमित शाह ने इसका ज़िक्र किया। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस का आज का प्रदर्शन राम मंदिर विरोध का संदेश देने के लिए और तुष्टिकरण की राजनीति के लिए था। चौंकिए नहीं! यदि गृह मंत्री अमित शाह के ये आरोप आपके पल्ले नहीं पड़ रहे हैं तो बता दें कि उनका यह बयान कांग्रेस के महंगाई के विरोध प्रदर्शन को लेकर था। दिन भर विरोध प्रदर्शन में भले ही राम मंदिर का कहीं कोई ज़िक्र नहीं आया हो, लेकिन शाम को जब गृह मंत्री ने बयान दिया तो इसमें राम मंदिर का एंगल जुड़ गया।
गृह मंत्री अमित शाह के बयान से आप सहमत हों या न हों, उनका बयान भले ही अटपटा लगे या तार्किक, लेकिन यह है बड़ा रोचक। उनका जो बयान आया है उसमें कहीं भी ‘महंगाई’ नाम का ज़िक्र नहीं है, जबकि कांग्रेस का पूरा विरोध-प्रदर्शन ही महंगाई और बेरोजगारी को लेकर प्रदर्शन बताया गया। कांग्रेस के विरोध में राम जन्म भूमि का कहीं जिक्र तक नहीं आया, लेकिन शाम को उस पर आरोप इसी को लेकर अमित शाह ने लगाया।
उन्होंने कहा, ‘मैं मानता हूँ कि आज ही के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामजन्म भूमि का शिलान्यास किया था। साढ़े पाँच सौ साल पुरानी इस समस्या का बहुत शांतिपूर्ण तरीक़े से समाधान निकला था। कहीं पर भी देश में न तो दंगा हुआ था और न ही हिंसा हुई थी। …कांग्रेस ने आज का दिन इसीलिए, विरोध के लिए, और विशेषकर काले कपड़ों में विरोध के लिए चुना है कि वो एक शटल मैसेज देना चाहते हैं कि हम रामजन्म भूमि के शिलान्यास का विरोध करते हैं और अपनी तुष्टिकरण की नीति को आगे बढ़ाना चाहते हैं।’