दिल्ली में ‘मोहल्ला क्लीनिक’, केजरीवाल सरकार का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है. इसी तर्ज पर पंजाब में भी छोटे-छोटे क्लीनिक खोले जा रहे हैं. आम आदमी पार्टी इन मोहल्ला क्लीनिकों पर बड़ा गर्व करती रही है. लेकिन अब इन्हीं मोहल्ला क्लीनिक में होने वाले पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी टेस्ट में घोटाले का आरोप लग रहा है. दिल्ली के उप-राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने सीबीआई जांच की सिफारिश की है.
केजरीवाल सरकार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. एक तरफ सीएम अरविंद केजरीवाल को शराब नीति में कथित घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय का चौथा नोटिस जारी होने जा रहा है. वहीं, अब दिल्ली के मोहल्ला क्लिनिकों में फ़र्ज़ी रेडियोलॉजी और पैथोलॉजी के टेस्ट कराकर प्राइवेट प्राइवेट लैब को फायदा पहुंचाने का आरोप लग रहा है. सूत्रों के मुताबिक दिल्ली की केजरीवाल सरकार दिल्ली के स्वास्थ्य सचिव को निलंबित करने की सिफारिश करेगी.
ये है मामला
अगस्त 2023 के महीने में कुल 7 मोहल्ला क्लिनिक में कुछ अनियमितताएं पाई गईं. बता दें कि मोहल्ला क्लीनिक में आने वाले मरीज़ों की जाँच कराने का ठेका दिल्ली सरकार ने दो प्राइवेट लैब (Agilus Diagnostics Ltd. and Metropolis Health Care Ltd) को दिया हुआ है. अगस्त के महीने में कुल 7 मोहल्ला क्लीनिक में कुछ अनियमितताएं पाई गईं. जहां पर स्टाफ पहले से रिकॉर्ड किए गए वीडियो के आधार पर ग़लत तरीक़े से अपनी अटेंडेंस लगा रहा था. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने 20 सितंबर को प्रेस कांफ्रेंस करके बताया था कि 7 मोहल्ला क्लीनिक में स्टाफ इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम में गड़बड़ी करके गलत तरीके से अटेंडेंस लग रहा था, जिसके बाद उन 7 मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर, फार्मासिस्ट, मल्टी टास्किंग वर्कर और असिस्टेंट
पर कार्रवाई करके उनको हटा दिया गया था. सितंबर 2023 में इनके ख़िलाफ़ एक्शन लिया गया और एफ़आइआर दर्ज की गई. जुलाई से सितंबर 2023 के लैब रिकॉर्ड जुटाए गए. ये दोनों लैब द्वारा किए गए टेस्ट रिकॉर्ड थे. जांच में पाया गया के बाद इन 7 मोहल्ला क्लीनिक में फ़र्ज़ी और ग़लत मोबाइल नंबर दर्ज कर मरीज़ों का रजिस्ट्रेशन किया गया और उनकी लैब जांच कराने के लिए कहा गया….
• कई मोबाइल नंबर को एक से ज़्यादा मरीज़ों के लिए इस्तेमाल किया गया.
• 7 मोहल्ला क्लिनिक में जुलाई से लेकर सितंबर 2023 के बीच 5,21,221 लैब टेस्ट कराए गए.
• 11,657 बार मरीज़ का मोबाइल नंबर सिर्फ़ ‘0′ लिखा गया
• 8251 मामलों में मरीज़ों का नंबर ही नहीं लिखा गया.
• 3,092 लोगों का मोबाइल नंबर 9999999999 लिखा गया.
अस्पतालों के लिए ‘घटिया’ दवाओं की कथित खरीद का भी आरोप
इससे पहले उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने दिल्ली सरकार के अस्पतालों के लिए गुणवत्ता मानकों पर खरा नहीं उतरने वाली ‘घटिया’ दवाओं की कथित खरीद और आपूर्ति की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच की सिफारिश की है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री और आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय का कहना है कि इस तरह की जांच के जरिए सरकार के काम में बाधा डालने की कोशिश की जा रही है. (साभार NDTV इंडिया)