2024 के आम चुनाव को लेकर बीजेपी के ख़िलाफ़ विपक्ष की गोलबंदी की कोशिशें तेज़ हो गई हैं.
2014 के लोकसभा चुनाव की रणनीति बनाने के लिए पहली बार 16 पार्टियां बैठक करने जा रही हैं. हालांकि द हिन्दू की रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस की ओर से पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी इस बैठक में शामिल नहीं हो सकते हैं.
इस बैठक का आयोजन 12 जून को जनता दल (यूनाइडेट) के नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कर रहे हैं.
कांग्रेस का कहना है कि बैठक जिस तारीख़ को हो रही है, उसमें शामिल होना मुश्किल लग रहा है. द हिन्दू की रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस चाहती थी कि बैठक 23 जून तक ना हो. हालांकि कांग्रेस ने कहा है कि वह अपना प्रतिनिधि भेजेगी.
विपक्ष के एक सीनियर नेता ने अख़बार से कहा है कि अगर कांग्रेस विपक्षी एकता को लेकर मज़बूत संदेश देना चाहती है तो खड़गे की ग़ैर-मौजूदगी में कम से कम किसी एक मुख्यमंत्री को भेजना चाहिए.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार समेत कई अन्य नेताओं ने अपनी मौजूदगी की पुष्टि की है.
ये अभी शुरुआती बैठक ही है. विपक्ष लोकसभा चुनावों से पहले साझा गठबंधन बनाने और हर लोकसभा सीट पर बीजेपी के ख़िलाफ़ साझा उम्मीदवार उतारने के लिए समझौता करने की कोशिशें कर रहा है.