सीरिया की राजधानी दमिश्क के पास स्थित द्वैला इलाके में एक भयानक आत्मघाती हमला हुआ। यह हमला उस समय हुआ जब मार एलियास चर्च में बड़ी संख्या में लोग प्रार्थना कर रहे थे। हमलावर ने चर्च के भीतर घुसकर पहले गोलीबारी की और फिर खुद को विस्फोटक बेल्ट से उड़ा लिया।मामले में सरकारी समाचार एजेंसी के मुताबिक इस हमले में कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई है। वहीं ब्रिटेन की मानवाधिकार संस्था सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स का कहना है कि 60 से अधिक लोग हताहत हुए हैं। ऐसे में मृतकों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है। कुछ स्थानीय रिपोर्ट्स के अनुसार घायलों में बच्चे भी शामिल हैं।
घटना के बाद सुरक्षा बल और राहत दल मौके पर पहुंचे। चर्च के अंदर की तस्वीरें सामने आई हैं जिनमें सीटों पर मलबा और खून के धब्बे दिखाई दे रहे हैं। कई लोग सदमे में हैं और चर्च के बाहर रोते-बिलखते नजर आए। यह हमला वर्षों बाद सीरिया में किसी चर्च पर हुआ बड़ा आत्मघाती हमला है, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया है।
इस हमले के बाद देशभर में शोक की लहर दौर उठी। जहां सीरियाई सूचना मंत्री हाम्जा मुस्तफा ने इस घटना को कायरतापूर्ण आतंकवादी हमला बताया। साथ ही कहा कि यह हमारे सामाजिक मूल्यों के खिलाफ है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार देशवासियों की सुरक्षा के लिए पूरी ताकत से जवाब देगी और चरमपंथी संगठनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ISIS ने करवाया धमाका?
राज्य न्यूज एजेंसी SANA द्वारा जारी स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान में कहा गया है,” किसी भी समूह ने तत्काल इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली, लेकिन सीरियाई आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि हमले के पीछे इस्लामिक स्टेट (ISIS)समूह का एक सदस्य था.
देश के आंतरिक मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “ISIS आतंकवादी समूह से संबद्ध एक आत्मघाती हमलावर सेंट एलियास चर्च में घुस गया. गोलीबारी शुरू कर दी, फिर विस्फोटक बेल्ट से खुद को उड़ा लिया.” सीरिया के सूचना मंत्री हमजा मुस्तफा ने हमले की निंदा करते हुए इसे आतंकवादी हमला बताया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर कहा, “यह कायरतापूर्ण कृत्य उन नागरिक मूल्यों के खिलाफ है जो हमें एक साथ लाते हैं.” “हम समान नागरिकता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता से पीछे नहीं हटेंगे.