लखनऊ:सपा प्रवक्ता व पार्टी के वरिष्ठ नेता अमीक जामेई ने यूपी सरकार के मंत्री की अल्पसंख्यक समाज के धार्मिक लीडर से मुलाकात के बारे में सवाल करते हुए पूछा कि मंत्री जी बताएं, स्कॉलरशिप, बजट, शिक्षा बजट में कटौती, मदरसा वा उर्दू शिक्षक भर्ती में रोक, 6 साल से वेतन में देरी, GST बिजली कमर्शियल रेट से बुनकर परेशान, वक्फ जायदाद पर नाजायज कब्जा, उर्दू मुस्लिम नामो से दुश्मनी, हेट स्पीच का मौन समर्थन, अल्पसंख्यक वित्त निगम पर ताला क्या यही सबका विश्वास है?
मीडिया को जारी एक बयान में अमीक़ जामई ने याद दिलाया कि2017 के बाद अखिलेश यादव जी की हकूमत में बेटियो को 20 हज़ार सालाना स्कॉलशिप मिलती थी वो बंद की गई, प्रदेश में राज्य प्रायोजित दंगो से मुस्लिम समाज को विशेषकर निशाना बनाने का काम किया गया है, आखिर पूरे सूबे सिर्फ मुसलमान उद्दमियो को ED इनकम टैक्स का वार क्यू झेलना पड़ रहा है?
सपा प्रवक्ता अमीक जामेई ने कहा की मुल्क के अजीम समाजवादी नेता आजम खान ने एक विश्विद्यालय बनाया मकसद था गरीब कमज़ोर मुस्लिम वर्ग के 50% बच्चे पढ़ जाएं लेकिन योगी सरकार मुसलमानो को घुटने पर देखना चाहती है जो समाजवादी पार्टी होने नही देगी, योगी सरकार चाहे शिक्षा हो या रोजगार मुस्लिम अकलियत उससे वंचित करना चाहती है!
सपा प्रवक्ता ने आगे कहा की केंद्र सरकार के हालिया बजट में देश में अल्पसंख्यक बजट में कटौती बताती है की आर्थिक शैक्षणिक सामाजिक तौर से पिछड़े अल्पसंखयक के लिए सबका विश्वास का नारा महज दिखावा है!