Roznama Khabrein
No Result
View All Result
  • होम
  • समाचार
  • देश-विदेश
  • पड़ताल
  • एजुकेशन
  • विचार
  • हेट क्राइम
  • अन्य
  • रोजनामा खबरें विशेष
  • اردو
اردو
  • होम
  • समाचार
  • देश-विदेश
  • पड़ताल
  • एजुकेशन
  • विचार
  • हेट क्राइम
  • अन्य
  • रोजनामा खबरें विशेष
  • اردو
No Result
View All Result
No Result
View All Result
Home समाचार

भारत में किन-किन संगठनों पर है प्रतिबंध, जानिए पूरी लिस्ट

RK News by RK News
September 28, 2022
Reading Time: 1 min read
0
भारत में किन-किन संगठनों पर है प्रतिबंध, जानिए पूरी लिस्ट

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी कर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और उससे जुड़े संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह बैन अगले पांच साल तक के लिए लगाया गया है।

RELATED POSTS

भारत ने पहली बार माना- पाकिस्तान से संघर्ष में कुछ लड़ाकू विमान नष्ट हुए थे ,सीडीएस चौहान का बयान सामने आया

ABVP ने मुस्लिम प्रोफेसर को कॉलेज कैंपस में बेरहमी से पीटा,lovejihad का आरोप

बिहार उर्दू अकादमी का जल्द से जल्द पुनर्गठन किया जाए: डॉ. सैयद अहमद खान

मोदी सरकार का मानना है कि पीएफआई भारत में गुप्त एजेंडा चलाकर एक वर्ग विशेष को कट्टर बना रहा था है। साथ ही उसके संबंध अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों से भी हैं।

गृह मंत्रालय के अधिसूचना में पीएफआई के अलावा उसके सहयोगी रिहैब इंडिया फाउंडेशन, कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया, ऑल इंडिया इमाम काउंसिल, नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन, नेशनल वुमन फ्रंट, जूनियर फ्रंट, एम्पावर इंडिया फाउंडेशन और रिहैब फाउंडेशन केरल का नाम भी शामिल हैं। इन सभी संगठनों/संस्थाओं को भी अगले पांच साल के लिए अवैध घोषित कर दिया गया है।

पहले से कितने संस्थानों पर है प्रतिबंध?

गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धारा 35 के तहत 30 मार्च 2015 तक 39 संगठन/संस्थान और उनकी शाखाएं प्रतिबंधित थीं। उनके नाम इस प्रकार हैं।

1.बब्बर खालसा इंटरनेशनल

2.खालिस्तान कमांडो फोर्स

3.खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स

4.इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन

5.लश्कर-ए-तैयबा/पासबन-ए-अहले हदीस

6.जैश-ए-मोहम्मद / तहरीक-ए-फुरकानी

7.हरकत-उल-मुजाहिदीन/ हरकत-उल-अंसार/ हरकत-उल-जेहाद-ए-इस्लामी

8.हिज़्ब-उल-मुजाहिदीन/हिज़्ब-उल-मुजाहिदीन पीर पंजाल रेजिमेंट

9.अल-उमर-मुजाहिदीन

10.जम्मू और कश्मीर इस्लामिक फ्रंट

11.यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा)

12.असम का नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी)

13.पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए)

14.यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (यूएनएलएफ)

15.पीपुल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कंगलीपाक (PREPAK)

16.कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (केसीपी)

17.कंगलेई याओल कंबा लुप (केवाईकेएल)

18.मणिपुर पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट (एमपीएलएफ)

19.ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स20.नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा

21.लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम (LTTE)

22.स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया

23.दीनदार अंजुमन

24.कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्कसिस्ट-लेनिनिस्ट)–पीपुल्स वॉर और इससे जुड़े सभी संगठन

25.माओइस्ट कम्युनिस्ट सेंटर (एमसीसी) और इससे जुड़े सभी संगठन

26.अल बदर

27.जमात-उल-मुजाहिद्दीन

28.अल-कायदा

29.दुख्तारन-ए-मिल्लत (डीईएम)

30.तमिलनाडु लिबरेशन आर्मी (TNLA)

31.तमिल नेशनल रिट्रीवल ट्रूप्स (TNRT)

32.अखिल भारत नेपाली एकता समाज (ABNES)

33.साल 2007 में संयुक्त राष्ट्र (सुरक्षा परिषद) अधिनियम, 1947 की धारा 2 के तहत प्रतिबंधित सभी संगठन भी भारत में बैन हैं।

34.कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओस्ट) और इससे जुड़े सभी संगठन

35.इंडियन मुजाहिदीन और इससे जुड़े सभी संगठन

36.गारो नेशनल लिबरेशन आर्मी (GNLA) और इससे जुड़े सभी संगठन

37.कामतापुर लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन और इससे जुड़े सभी संगठन

38.इस्लामिक स्टेट/इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड लेवंट/इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया/दाएश और इनसे जुड़े सभी संगठन

39.नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड (खापलांग), एनएससीएन (के) और इनसे जुड़े सभी संगठनसोर्स- केंद्रीय गृह मंत्रालय PFI पर लगाई गई है अलग धारा

पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और उसके सहगोगी सगंठनों/संस्थानों को UAPA, 1967 की धारा 3 की उप-धारा (1) के तहत प्रतिबंधित किया गया गय है। जबकि उपरोक्त संगठनों को UAPA, 1967 की धारा 35 के तहत प्रतिंबधित किया गया है। PFI और उसके सहगोगी सगंठनों/संस्थानों को फिलहाल पांच साल के लिए प्रतिबंधित किया गया है, जबकि उपरोक्त संगठनों पर आए दिन प्रतिबंध बढ़ाए जाते हैं।

पीएफआई पर क्यों लगा बैन?

केंद्रीय गृह मंत्रालय की अधिसूचना में PFI का संबंध बांग्लादेश और भारत के दो ऐसे संगठनों से बताया गया है, जिन पर पहले से प्रतिबंध है। आइए 10 प्वाइंट्स में समझे बैन का कारण:

1. PFI और उससे संबद्ध संस्थाएं गुप्त एजेंडा चलाकर समाज के एक वर्ग विशेष को कट्टर बनाने का काम कर रही थीं।

2. PFI लोकतंत्र को कमजोर करने की दिशा में काम करता है।

3. PFI का कई आपराधिक और आतंकी मामलों में शामिल होन का इतिहास रहा है।

4. PFI संविधान से प्राप्त अधिकारों का गलत इस्तेमाल करता है।

5. PFI विदेशों से फंडिंग लेकर देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन गया है।

6. PFI का संबंध बांग्लादेश के आतंकवादी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन से रहा है

7. PFI के कुछ संस्थापक सदस्य प्रतिबंधित स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया से जुड़े रहे हैं।

8. PFI के वैश्विक आतंकवादी समूहों के साथ संपर्क के कई साक्ष्य मिले हैं।

9. PFI के कुछ सदस्य दुर्दांत आतंकवादी संगठन ISIS में शामिल हो चुके हैं।

10. विश्व के कई आतंकवादी हमलों से PFI के सदस्यों का नाम जुड़ा है।

 

 

 

 

ShareTweetSend
RK News

RK News

Related Posts

समाचार

भारत ने पहली बार माना- पाकिस्तान से संघर्ष में कुछ लड़ाकू विमान नष्ट हुए थे ,सीडीएस चौहान का बयान सामने आया

May 31, 2025
समाचार

ABVP ने मुस्लिम प्रोफेसर को कॉलेज कैंपस में बेरहमी से पीटा,lovejihad का आरोप

May 31, 2025
समाचार

बिहार उर्दू अकादमी का जल्द से जल्द पुनर्गठन किया जाए: डॉ. सैयद अहमद खान

May 31, 2025
समाचार

जामिया नगर ने राहत की सांस ली, अभी नहीं चलेगा यूपी सरकार का बुलडोजर, दिल्ली हाईकोर्ट ने लगाई रोक

May 30, 2025
समाचार

इरतिदाद का तूफान?दिल्ली की मुस्लिम महिला निदा खान अब वेदिका सिसोदिया,

May 29, 2025
समाचार

असम में 171 फर्जी एनकाउंटर किलिंग का आरोप, एडवोकेट आरिफ यासिन की याचिका पर सुप्रीम का जांच का आदेश

May 28, 2025
Next Post

जामिया ने मनाया विश्व पर्यटन दिवस 2022

जमात-ए- इस्लामी हिंद ने प्रतिबंध का विरोध किया

जमात-ए- इस्लामी हिंद ने प्रतिबंध का विरोध किया

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recommended Stories

देश में जनसंख्या नियंत्रण विधेयक जद लागू हो: बीजेपी की मांग

देश में जनसंख्या नियंत्रण विधेयक जद लागू हो: बीजेपी की मांग

November 28, 2022

एमसीडी इलेक्शन से पहले ही उम्मीदवारों को लेकर ओखला की राजनीति में उबाल

September 2, 2022
एशिया कप 2022: बाबर आजम बताया ‘हम क्यों हारे

एशिया कप 2022: बाबर आजम बताया ‘हम क्यों हारे

September 12, 2022

Popular Stories

  • मेवात के नूह में तनाव, 3 दिन इंटरनेट सेवा बंद, 600 परFIR

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • कौन हैं जामिया मिलिया इस्लामिया के नए चांसलर डॉक्टर सैय्यदना सैफुद्दीन?

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • NCERT Recruitment 2023 में नौकरी पाने का जबरदस्त मौका, कल से शुरू होगा आवेदन, जानें तमाम डिटेल

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • पकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में महिला यूट्यूबर ज्योति गिरफ्तार, पूछताछ में किए बड़े खुलासे

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • नूपुर को सुप्रीम कोर्ट की फटकार, कहा- बयान के लिए टीवी पर पूरे देश से माफी मांगे

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • दुआएं कुबूल, हल्द्वानी में नहीं चलेगा बुलडोजर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
Roznama Khabrein

The Roznama Khabrein advocates rule of law, human rights, minority rights, national interests, press freedom, and transparency on which the newspaper and newsportal has never compromised and will never compromise whatever the costs.

More... »

Recent Posts

  • भारत ने पहली बार माना- पाकिस्तान से संघर्ष में कुछ लड़ाकू विमान नष्ट हुए थे ,सीडीएस चौहान का बयान सामने आया
  • ABVP ने मुस्लिम प्रोफेसर को कॉलेज कैंपस में बेरहमी से पीटा,lovejihad का आरोप
  • बिहार उर्दू अकादमी का जल्द से जल्द पुनर्गठन किया जाए: डॉ. सैयद अहमद खान

Categories

  • Uncategorized
  • अन्य
  • एजुकेशन
  • देश-विदेश
  • पड़ताल
  • रोजनामा खबरें विशेष
  • विचार
  • समाचार
  • हेट क्राइम

Quick Links

  • About Us
  • Support Us
  • Terms & Conditions
  • Privacy Policy
  • Grievance
  • Contact Us

© 2021 Roznama Khabrein Hindi

No Result
View All Result
  • होम
  • समाचार
  • देश-विदेश
  • पड़ताल
  • एजुकेशन
  • विचार
  • हेट क्राइम
  • अन्य
  • रोजनामा खबरें विशेष
  • اردو

© 2021 Roznama Khabrein Hindi