उत्तराखंड में चर्चा का विषय बनी हुई एक शादी, होने से पहले ही कैंसिल हो गई है.
बीबीसी के अनुसार पौड़ी के नगरपालिका अध्यक्ष और पूर्व विधायक यशपाल बेनाम की बेटी की शादी के कार्ड बंटने के बाद वायरल हो गए और उन पर बवाल हो गया.इसके बाद शनिवार शाम को बेनाम ने ये कार्यक्रम कैंसिल करने की घोषणा कर दी.
दरअसल, यशपाल बेनाम की बेटी की शादी अमेठी के एक मुस्लिम लड़के से हो रही थी. इसमें दोनों परिवारों की रजामंदी थी और पौड़ी में 25, 26, 27 मई को शादी के कार्यक्रम रखे गए थे.बेनाम ने यह कहकर ये कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं कि ‘अभी शादी का माहौल नहीं है.’
तीन दिन पहले सोशल मीडिया पर शादी का एक कार्ड वायरल होना शुरू हुआ था. यह कार्ड पौड़ी के नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम की बेटी की शादी का निमंत्रण पत्र था.
इस कार्ड के ज़रिए मोनिका और अमेठी के रहने वाले मोनिस ख़ान के शादी समारोह के बाद रिसेप्शन में शामिल होने का निमंत्रण दुल्हन की मां उषा रावत और पिता यशपाल बेनाम की ओर से दिया गया था.
अपनी बेटी की पसंद का सम्मान करने वाले, 21वीं सदी का समाज बताने वाले बेनाम शनिवार शाम होते-होते बैकफ़ुट पर आ गए.
बीबीसी की रिपोर्ट में आगे बताया गया है किउन्होंने एक स्थानीय टीवी चैनल से बातचीत करते हुए कहा, “जो माहौल बन गया है उसे देखते हुए मेरे परिवार और शुभचिंतकों ने यह फ़ैसला किया कि 27, 26, 27 के जो वैवाहिक कार्यक्रम थे वह हम नहीं करने जा रहे हैं.”
बेनाम ने कहा, ‘दूल्हा पक्ष के लोग भी यहां आएंगे, स्वाभाविक रूप से उनके मन में कुछ डर होगा. अगर पुलिस के साए में यह शादी करवाई जाती है तो यह ठीक नहीं होगा.”उन्होंने कहा, “अब क्या होगा, कैसे होगा यह बैठकर तय करेंगे. परिवार के लोग जिन्होंने यह निर्णय लिया था, वह फिर बैठकर तय करेंगे कि आगे क्या करना है.’आम धारणा यह है कि अगर मुसलमान लड़का किसी हिंदू लड़की से शादी करता है यह ‘लव जिहाद’ है और अगर मुस्लिम लड़की किसी हिंदू लड़के से शादी करती है तो यह ‘घर वापसी’ है