कतर के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल थानी ने कहा है कि इज़राइली आक्रामकता का जवाब देने के लिए क्षेत्रीय स्तर पर एक “सामूहिक प्रतिक्रिया” की आवश्यकता है। उन्होंने चेतावनी दी कि “पूरा खाड़ी क्षेत्र खतरे में है” और इज़राइल की कार्रवाइयाँ शांति की संभावनाओं को नष्ट कर रही हैं।
कतर के प्रधानमंत्री ने अमेरिकी मीडिया नेटवर्क सीएनएन को दिए एक साक्षात्कार में कहा, “हमें उम्मीद है कि क्षेत्रीय प्रतिक्रिया सकारात्मक होगी और इज़राइल को इस तरह की धौंस-धमकी से रोका जा सकेगा।” उन्होंने इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर पूरे क्षेत्र को “अराजकता” की ओर धकेलने का आरोप लगाया। कतर ने अरब देशों से इज़राइल के खिलाफ एकजुट होने का स्पष्ट आह्वान किया है।अरब नेता दोहा में इकट्ठा हो रहे हैं। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने इस हमले को एक “आपराधिक कृत्य” और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा बताया। उन्होंने कतर के अमीर से मुलाकात की और कहा, “यह कतर की संप्रभुता के अधिकार और सभी अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है।” कुवैत और जॉर्डन के युवराज भी बुधवार को दोहा पहुँचे। सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान गुरुवार को दोहा पहुँच रहे हैं। उन्होंने शूरा परिषद को बताया, “हम बिना किसी प्रतिबंध के, हर कदम पर कतर के साथ खड़े हैं।” उन्होंने आगे कहा, “हम इजरायली हमलों की निंदा करते हैं और अरब, और अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई का आह्वान करते हैं।”
लेबनान के हिज़्बुल्लाह नेता ने कहा कि कतर पर हमला खाड़ी देशों के लिए एक चेतावनी है कि भविष्य में वे भी इज़राइल के निशाने पर आ सकते हैं। उन्होंने इज़राइल पर “ग्रेटर इज़राइल” के विचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। हिज़्बुल्लाह नेता नईम क़ासिम ने कहा कि यह हमला तेल-समृद्ध खाड़ी देशों के लिए एक चेतावनी है कि अगर क्षेत्रीय सशस्त्र समूहों को हराया गया, तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।गौरतलब है कि कतर लंबे समय से इजरायल-हमास युद्धविराम के लिए मध्यस्थ की भूमिका निभा रहा है, लेकिन वह इजरायल के निशाने से बच नहीं सका।
इस हमले की वैश्विक स्तर पर निंदा हुई। फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी से फोन पर बातचीत में कहा, “ये हमले अस्वीकार्य हैं और हम कतर की संप्रभुता और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।” भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कतर के प्रधानमंत्री से बात की और पहली बार सार्वजनिक रूप से इजरायली कार्रवाई की निंदा की।